अनूप कुमार सैनी: रोहतक, 29 सितम्बर। जननायक जनता पार्टी के लिए आज का दिन सुपर संडे साबित हुआ है। कांग्रेस के पूर्व विधायक सतविंदर राणा व पूर्व फौजी तेज बहादुर व उनके समर्थकों ने आज जेजेपी ज्वाइन की।
नवरात्रे का पहला दिन एक ओर जहां जेजेपी के लिए शुभ रहा, वहीं कांग्रेस के लिए एक बड़ा राजनैतिक झटका माना जा रहा है। रविवार को नई दिल्ली में जेजेपी के युवा नेता दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में पूर्व विधायक सतविंदर राणा व पूर्व फौजी तेज बहादुर ने पार्टी ज्वाइन करने की घोषणा की।
इस अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव डॉ. केसी बांगड़ भी मौजूद थे। पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला ने पूर्व विधायक सतविंदर राणा, पूर्व फौजी तेज बहादुर व उनके समर्थकों का स्वागत करते हुए कहा कि सभी को पार्टी में पूरा मान सम्मान मिलेगा।
जेजेपी में शामिल होते हुए पूर्व फौजी तेज बहादुर ने कहा कि वे जेजेपी की नीतियों से प्रभावित होकर प्रदेश में परिवर्तन लाने के लिए बेदाग छवि के युवा नेता दुष्यंत चौटाला के साथ जुड़े हैं। उन्होंने दुष्यंत चौटाला को हरियाणा का भविष्य बताते हुए कहा कि दुष्यंत जननायक स्व. चौधरी देवीलाल की सोच रखते और प्रदेश में बदलाव लाने का मादा रखते हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में दुष्यंत चौटाला भ्रष्टाचार के खिलाफ वे लड़ाई लड़ रहे हैं, वे इस लड़ाई में उनका पूरा साथ देंगे। अब पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे वे बखूबी से निभाएंगे। पूर्व फौजी तेज बहादुर इससे पहले वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे परन्तु किन्हीं कारणों के चलते उनका नामांकन रद्द हो गया था।
इससे पहले तेज बहादुर उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने सेना में रहते हुए सैनिकों को मिलने वाले खाने की गुणवत्ता को लेकर एक विडियो जारी किया था और देश भर में मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक यह मामला खूब उछला था।
वहीं जननायक जनता पार्टी ने कांग्रेस को भी बड़ा झटका दिया है। वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक सतविंदर राणा आज अपने अनेक साथियों सहित कांग्रेस छोड़कर जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में जेजेपी में शामिल हुए।
सतविंदर राणा कांग्रेस में रहते हुए 1996 और 2005 में राजौंद से विधायक बने थे। उन्होंने राजौंद से 1991 और 2000 में भी चुनाव लड़ा था। कांग्रेस की टिकट पर 2009 और बीएसपी की टिकट पर 2014 में सतविंदर राणा कालका से भी दो बार चुनाव लड़ चुके हैं। सतविंदर राणा कांग्रेस पार्टी में 2007-2014 में प्रदेश महासचिव और हरियाणा कांग्रेस सेवादल के चेयरमैन भी रहे हैं।
सतविंदर राणा के साथ इस दौरान राजेश बांगड़ उचाना, जसविंद्र सिंह राणा, विंद्रराणा, गगनदीप ढाटरथ, जसवीर राणा, मोहकम राणा, रामनिवास ढिल्लों, सत्यवान ढिल्लों, सूरेंद्र तारागढ़, बलजीत तारागढ़, जयदीप, गगन सिंह, जयबीर उर्फ बबलू, बिल्लू राणा राजौंद, सतीश मजरा, रविंद्र राजौंद, कृष्ण ढांडा व अन्य साथियों ने भी कांग्रेस छोड़कर जेजेपी का दामन थामा।
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