चंडीगढ़: जिस तरह से हरियाणा में कांग्रेस की हालत है उसे देख लगता है कि अगर चौटाला का कुनवा विखरा न होता तो इस समय वो भाजपा को टक्कर दे सकता था। भले ही जीत न मिलती लेकिन युवा दुष्यंत और दिग्विजय अपने चाचू के साथ रहकर भाजपा की नींद हराम कर सकते थे लेकिन वक्त ने चौटाला परिवार को विखेर दिया और हो सकता है ऐसा भी वक्त आये जब विखरा परिवार एक हो जाये। इसके संकेत भी मिलने लगे हैं लेकिन देर अब बहुत ज्यादा हो चुकी है। चुनाव सर पर हैं जल्द अचार संहिता लगने वाली है। ताजा जानकारी के मुताबिक़ दिल्ली में चौटाला परिवार के पुनः एक होने की पटकथा लिखी जा रही है।
हरियाणा की सर्वखाप पंचायत ने इंडियन नेशनल लोकदल और जननायक जनता पार्टी को एकजुट करने का बीड़ा उठाया है। दिल्ली में अभय चौटाला के निवास पर आज खाप की एक बैठक हुई जिसमे फैसला किया गया कि अजय चौटाला व उनके बेटे दुष्यंत चौटाला का अभय चौटाला से विवाद को समाप्त कर इनको फिर एक साथ लाया जाएगा। इस पर अभय चौटाला ने सकारात्मक रुख दिखाया है। अभय ने कहा है कि बड़े भाई अजय चौटाला जो कहेंगे वह उन्हें मंजूर हाेगा। 5 सितंबर को खाप पंचायत इस बारे में अंतिम फैसला करेगी।
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