चंडीगढ़: खाने वाले अपनी खुराक जल्द कम नहीं करते और तब तक उनकी भरपूर खुराक जारी रहती है जब तक उन्हें कोई बीमारी न हो जाए और खाने के लिए तरस रहे अधिकतर लोग उस समय हद से ज्यादा खा लेते हैं जब उन्हें काफी समय बाद भोजन दिखे। कुछ ज्ञानी लोग उस समय ज्यादा भोजन नहीं करते जब वो कई दिन से भूंखे हों क्यू कि उन्हें पता होता है कि कई दिन से कुछ न खाने के कारण पेट की आंत एकबैग उतना भोजन नहीं पचा सकती हैं लेकिन अज्ञानी लोग ज्यादा समय तक भूंखे रहने के बाद जब भोजन दीखता है तो टूट पड़ते है भले ही अगले दिन अस्पताल पहुँच जाएँ। हरियाणा अब तक के पाठकों आप सोंच रहे होंगे कि ये कैसी खबर है, खाने खिलाने की बात हम करने लगे तो आपको बता दें कि ये खबर खास है और हरियाणा से जुडी है जहाँ 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान है और भाजपा के मिशन 75 पर खट्टर नाम का ग्रहण लगता दिख रहा है।
आज चुनाव की तारीख का एलान हुआ और लगभग तीन महीने से हरियाणा भाजपा प्रदेश में मिशन 75 नाम का अभियान चला रही है लेकिन आज तारीख के एलान के बाद लग रहा है कि इस अभियान को उस समय बहुत बड़ा झटका लग सकता है जब हरियाणा विधानसभा चुनावों की लगाम वर्तमान सीएम मनोहर लाल के हांथों में सौंपी जाएगी। हरियाणा अब तक अपने सूत्रों की बात करे तो खट्टर से प्रदेश की जनता खुश नहीं है और मोदी-शाह को मालुम हो कि 2014 से लेकर अब तक के सभी चुनाव हरियाणा भाजपा ने मोदी के नाम पर जीता है और अगर आप लोग खट्टर पर निर्भर रहेंगे और अगर आप समझेंगे कि खट्टर के अच्छे नेतृत्व के कारण सभी चुनाव जीते गए हैं तो आप सबसे बड़ी भूल करेंगे।
खट्टर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह जैसे ईमानदार हैं और उनके जैसे ही काम कर रहे हैं और मनमोहन सिंह का क्या हाल हुआ, कांग्रेस आज कहाँ हैं आप सबको सोंचना पड़ेगा। मनमोहन सिंह के वित्त मंत्री तिहाड़ जेल में क्यू हैं आपको इसके बारे में सोंचना पड़ेगा। अब बात करें खाने खिलाने की और ऊपर लिखी लाइनों की तो हरियाणा में जिन्हे 2014 से पहले खाने की आदत थी उनकी आदत नहीं गई और वो पहले से ज्यादा खाने लगे। ठीक वैसे जैसे मनमोहन सरकार के दौरान उनके कई बड़े मंत्रियों ने खाया था। अब बात करते हैं हरियाणा के कुछ भाजपा नेताओं की तो ऊपर हमने लिखा है कि काफी समय से भूखे कुछ अज्ञानी भोजन देखते ही उस पर टूट पड़ते हैं तो हरियाणा में यही हुआ है। सत्ता मिलने के बाद कुछ नेताओं ने उन अज्ञानियों जैसा खाना शुरू कर दिया और सीएम मनोहर लाल मनमोहन की तरह ईमानदारी दिखाते रहे। सीएम ने हरियाणा की सभी 90 सीटों पर विकास के लिए खूब पैसे दिए लेकिन काफी पैसे भ्रष्ट नेता और भ्रष्ट अधिकारी डकार गए। आज भी हरियाणा में बिजली, पानी, सड़क, सीवर, शिक्षा, स्वास्थ्य की समस्या उसी तरह है जैसे 2014 में उस समय थी जब खट्टर को हरियाणा की कमान सौंपी गई थी। जहाँ मंत्रियों के घर हैं वहां के आस पास तो विकास दिख रहा है लेकिन अन्य जगहों का हाल बेहाल है। तहसीलों में फेक जीपीए से रजिस्ट्री, प्रदेश में अवैध खनन, कई विभागों में जमकर रिश्वतखोरी, सब कुछ जारी है। हरियाणा में सच में बेरोजगारी बहुत बढ़ गई है। विकास की बात करें तो विकास सिर्फ भाजपा नेताओं का दिख रहा है। एक विधायक पांच साल में शायद ही तीन करोड़ से ज्यादा पगार पाता है लेकिन हरियाणा के अधिकतर विधायकों के पास अब लग्जरी गाड़ियां, कई करोड़ के फ़्लैट, कई करोड़ के आफिस, और अगर जांच करवाई जाए तो कई विधायकों के पास 50 से 500 करोड़ की संपत्ति इन पांच वर्षों में बढ़ी है क्या ये माल नानी जी के यहाँ से आया है, शायद नहीं। सीएम के पैसे का जमकर दुरूपयोग हुआ है। भाजपा ने पिछले चुनावों में कहा कि पुलिसकर्मियों को पंजाब के सामान वेतन मिलेगा, कहाँ गया वो वादा और अब भी जमकर रेवड़ियां बांटी गईं। एक हफ्ते में हजारों करोड़ के नारियल फोड़े गए लेकिन 2014 विधानसभा चुनावों में लगभग 7 लाख लोगों को गोहाना में इकठ्ठा कर हुड्डा ने भी ऐसी रेवड़ियां बांटी थीं क्या हाल हुआ था हुड्डा का आपको पता है। प्रदेश की जनता अब शिक्षित है। जनता को कोई हुड्डा या खट्टर अब बेवकूफ नहीं बना सकते है।
हरियाणा में विकास की बात करें तो असली ईंटों की जगह पीली ईंटें और घटिया मैटेरियल की सड़कें बनवाई गईं हैं। सूबे के सीएम ईमानदार हैं इसमें कोई शक नहीं लेकिन ईमानदार मनमोहन सिंह भी थे और कांग्रेस लगभग गायब होती जा रही है।
आज जब हरियाणा विधानसभा चुनावों की तारिख का एलान हुआ तब हमने अपने पाठकों से जानना चाहा कि खट्टर दुबारा या हुड्डा आएंगे। भाजपा के लिए दुःख खबरी ये है कि आपके खट्टर को प्रदेश की जनता नकार रही है ठीक कांग्रेस के मनमोहन की तरह और अब तक सर्वे पोस्ट पर 19 हजार से ज्यादा लोगों ने वोट दिया है और पोस्ट पर 50 हजार से ज्यादा रीच्ड हैं। 63 फीसदी पाठक चाहते है कि भूपेंद्र हुड्डा सीएम बनें और 37 फीसदी लोग खट्टर को सीएम बनाने के पक्ष में हैं। बड़ा अंतर है। वोटिंग जारी है। भाजपा कहती है कि हमारी पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है और हमारे कई करोड़ कार्यकर्त्ता हैं लेकिन ये कार्यकर्ता भाजपा को वोट क्यू नहीं दे रहे हैं ये भाजपा सोंचे। हरियाणा अब तक को लगता है कि भाजपा नेता खट्टर के नाम पर वोट मांगते रहे तो उनका भट्ठा बैठ जाएगा। वो मोदी के नाम का ही गुणगान करें तो उनके लिए अच्छा होगा। कांग्रेस ने अगर और पसीना बहाया तो उसे बड़ी सफलता मिल सकती है। सर्वे की पूरी रिपोर्ट कल आएगी और पूरी खबर कल। नोट खबरें बहुत ज्यादा होती हैं कहीं स्पेलिंग में कोई गड़बड़ी हो तो समझ लें कि जल्द में ऐसा हुआ होगा। दोस्तों पूरा हरियाणा चाहता है और हरियाणा का लगभग हर बड़ा नेता चाहता है कि हरियाणा अब तक पर उनकी खबर छपे इन दिनों हम पर ज्यादा बोझ है, अनजाने में हुई गलती को माफ़ करें हमारे पाठक, हम प्रदेश की भलाई के लिए जो लिखेंगे सच लिखेंगे। देखें सर्वे रिपोर्ट का स्क्रीन शॉट
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