चंडीगढ़: आने वाले डेढ़ महीने अब हरियाणा की राजनीति में हर रोज लगभग नई इबारत लिखेंगे। कल रात्रि हाथी से अपनी सूड़ से चाभी उठाकर दूर फेंक दिया और इस तरह बसपा-जजपा का गठबंधन चुनाव से पहले ही टूट गया। आज कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष बनीं कुमारी शैलजा और चेयरमैन बने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा अपने-अपने पद की शपथ लेंगे और दोनों नेता दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए रवाना हो चुके हैं। सूत्रों की मानें तो शपथ के बाद दोनों नेता युद्ध स्तर पर हरियाणा कांग्रेस का संगठन तैयार करेंगे। कल दिल्ली आवास पर हरियाणा अब तक ने कुमारी शैलजा से जानना चाहा कि संगठन कब तक तैयार होगा तो उन्होंने कहा कि पद की शपथ के पहले मैं अभी कोई बयान नहीं जारी करूंगी। आज शैलजा और हुड्डा के समर्थक काफी खुश है और सैकड़ों समर्थक चंडीगढ़ पहुँच चुके हैं। कल कुमारी शैलजा के आवास पर हमने देखा कि उन्हें बधाई देने वाले नेता कई-कई मिठाई के डिब्बे लेकर उनके आवास पहुँच रहे हैं। टिकट का खेल बड़ा अजीब होता है। शायद नेताओं को लगा होगा कि ज्यादा मिठाई के डिब्बे और बड़ा वाला गुलदस्ता देख शैलजा खुश हो जाएंगी और उनकी टिकट की राह आसान हो जाएगी। जब से शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया तभी से उनके और भूपेंद्र हुड्डा के आवास पर कांग्रेसी नेताओ का तांता देखा गया।
अभी हाल में ही हरियाणा कांग्रेस आईसीयू में थी लेकिन बेहतर इलाज समय पर हो गया और अब कांग्रेसी नेता जश्न मानाने लगे हैं। दुष्यंत और मायावती का गठबंधन टूटने के बाद कहा जा रहा है कि सीटों के गलत बंटवारे के कारण ऐसा हुआ है लेकिन हरियाणा के बसपा नेताओं ने मायावती को यह फीडबैक दिया कि जननायक जनता पार्टी के नेता सत्तारूढ़ भाजपा के संपर्क में थे, जिस कारण गठबंधन तोड़ने की सिफारिश की गई। मायावती ने कहा कि हरियाणा के बसपा नेताओं की सिफारिश पर चर्चा के बाद या गठबंधन तोड़ा गया है।अब कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य में बसपा और कांग्रेस के बीच नया गठबंधन हो सकता है लेकिन मायावती किसी तरह के गठबंधन से इंकार कर चुकी है। सूत्रों के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अब इस कोशिश में रहेंगे कि बसपा के साथ कांग्रेस का गठजोड़ हो जाए। आज हुड्डा और शैलजा अपना-अपना पद संभाल रहे हैं। पद सँभालने के बाद हुड्डा मायावती से बात कर सकते हैं।
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