चंडीगढ़: हरियाणा के हजारों कांग्रेसी कार्यकर्ता इन दिनों अपनी पार्टी को आईसीयू में देखकर हैरान हैं। 2014 ही बीमार हरियाणा कांग्रेस 2019 के विधानसभा चुनावों से ठीक पहले आईसीयू में पहुँच चुकी है। हरियाणा के कांग्रेसी ही कह रहे हैं कि हमारी पार्टी आईसीयू में पहुँच चुकी है तुरंत बेहतर इलाज जरूरी है। कल पूर्व सीएम हुड्डा ने दिल्ली में अपनी नई नवेली कमेटी की बैठक बुलाई थी लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। अब भी हुड्डा हाईकमान के फैसले का इन्तजार कर रहे हैं।
कल की बैठक के बाद बाद प्रदेश के पूर्व मंत्री व कमेटी के सदस्य संपत सिंह ने कहा कि सभी ने हुड्डा को फैसला लेने के लिए सभी अधिकार दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह समय अब एकजुट होकर काम करने का है। उन्होंने कहा कि अशोक तंवर को हटाना हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं रहा है। हमारी मांग है कि प्रदेश कांग्रेस को आईसीयू में रखने की बजाय उसका इलाज होना चाहिए। प्रदेश में कांग्रेस नाम का संगठन ही नहीं बचा है। न तो अखिल भारतीय कांग्रेस में प्रतिनिधित्व है, न प्रदेश में ब्लाक संगठन। उन्होंने कहा कि हाईकमान को तुरंत फैसला करना चाहिए।
आपको बता दें कि लगभग पांच साल पहले हरियाणा कांग्रेस उस समय बीमार पडी थी जब अशोक तंवर को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था और इस बीमारी में कारण अक्टूबर 2016 में अशोक तंवर कई दिनों तक अस्पताल में भी रहे थे। आरोप था कि हुड्डा के समर्थकों ने तंवर पर हमला किया था और तंवर को सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटें आई हैं। उन्हें आरएमएल अस्पताल ले जाया गया था। उसके बाद से ही कांग्रेस की बीमारी बढ़ती गई और अब हरियाणा कांग्रेस आईसीयू में है जैसा कि कांग्रेस के बड़े नेता ही ऐसा कह रहे हैं।
Post A Comment:
0 comments: