चंडीगढ़: मिशन 75 का नारा लगाने वाली हरियाणा भाजपा को अब मोदी ही बचा सकते हैं। खट्टर के फरसा काण्ड के बाद हरियाणा भाजपा का कद काफी गिरा है। प्रदेश की जनता अब खट्टर को उसी तरह नापसंद कर रही है जैसे दिसंबर 2018 के पहले लोग राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे को नापसंद करते थे। सोशल मीडिया के ऑनलाइन सर्वे में साफ दिख रहा है कि हरियाणा में भाजपा का हाल उतना अच्छा नहीं है जितना भाजपा समझ रही है। ये चुनाव संभवतः पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का अंतिम चुनाव है इसलिए वो पूरी ताकत से मैदान में उतर चुके हैं। उनकी पुरानी साथी कुमारी सैलजा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनके साथ हैं। जजपा के दुष्यंत चौटाला की रैलियों में भी भारी भीड़ उमड़ रही है। अगर दुष्यंत दहाई के आंकड़े तक पहुंचे तो खट्टर का खेल ख़राब हो सकता है।
वर्तमान में जैसे हरियाणा भाजपा का घमंड सिर चढ़ कर बोल रहा है ठीक वैसे राजस्थान की महारानी का भी घमंड था जिसे जनता ने चकनाचूर कर दिया था। हरियाणा अब के पाठकों को पता है कि राजस्थान चुनावों के समय हमने किया लिखा था। अगर भूल गए हों तो उस समय की ये हेडिंग याद कर लें, बहुत कुछ हेडिंग से ही याद आ जायेगा।
एक कड़वा सत्य हरियाणा के हर भाजपा नेता को पता है और वो सत्य के है कि 2014 से अब तक हरियाणा में हर चुनाव मोदी के नाम पर जीता गया है। इन चुनावों में हरियाणा भाजपा कांग्रेस के घोटालों का मुद्दा उठा सकती है जिस चाल को कांग्रेस समझ चुकी है और कांग्रेस खट्टर सर्कार के दौरान हुए घोटालों का लेखा जोखा तैयार कर रही है। हरियाणा अब तक को कांग्रेस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ कांग्रेस इन घोटालों पर हरियाणा भाजपा को घेरेगी।
1- किलोमीटर स्कीम घोटाला: 700 निजी बसों को किलोमीटर रेट के आधार पर हायर करने की महत्वकांक्षी योजना उस वक्त विवादों में घिर गई, जबकि पहले चरण में 510 बसों के टेंडर प्रक्रिया में रेट संबंधी अनियमितताएं सामने आ गई। इससे सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान तय था। मामला संज्ञान में आते ही इसकी जांच सरकार ने विजिलेंस को सौंप दी थी। विजिलेंस ने भी जांच में गड़बड़झाले पर मुहर लगाते हुए आगामी कार्रवाई के लिए केस भेजा हुआ है।
2- पोस्टमैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाला : यह मामला अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं से जुड़ा हुआ है। जिसमें आधार नंबरों के बेस पर फर्जी छात्र दिखाकर उनकी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलशिप हड़प लिया गया। करीब 26 करोड़ का घोटाला अभी तक सामने आ चुका है। जबकि घोटाले की रकम और बढ़ने की आशंका है। मामला संज्ञान में आते ही सरकार ने इसकी जांच भी विजिलेंस को सौंपी दी है। विभिन्न शहरों में विजिलेंस ने केस दर्ज किए हैं।
3- एचएसएससी भर्ती घोटाला: यह मामला हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की भर्तियों से जुड़ा है। जिसके अंतर्गत आयोग के कुछ कर्मचारियों व दलालों की मिलीभगत का खेल सामने आया था। किस तरह से अभ्यर्थियों से नौकरी दिलवाने के लिए लाखों में सौदा किया जा रहा था, इसकी आडियो क्लीपिंग तक जारी हो गई थी। सीएम फ्लाइंग स्कॉवड ने इसकी जांच कर केस दर्ज करवाया था। मगर अदालत ने जांच पर असंतोष जताते हुए एसआईटी ने इसकी जांच के आदेश दिए थे। जांच अभी जारी है।
4- ओवरलोडिड वाहन घोटाला : इस मामले में ओवरलोडिड वाहनों को रिश्वत लेकर छोड़ने का गोरखधंधा सामने आया था। कई अफसर और कर्मचारी इस घोटाले की आंच में आए थे। सरकार के खुद कृषि मंत्री ने सीएम को पत्र लिखकर इसकी सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। लेकिन इसकी जांच भी विजिलेंस को सौंपी गई है। केस दर्ज हो चुका है।
इसके अलांवा कांग्रेस जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा, पंचकूला हिंसा जैसे मुद्दों पर भी भाजपा सरकार को घेरेगी साथ में 2014 में भाजपा के घोषणापत्र पर सवाल उठाया जाएगा और कहा जायेगा कि खट्टर ने अधिकतर घोषणाएं अब तक पूरी नहीं की है। 21 तारीख को मतदान होगा और अभी कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों की सूची सामने आएगी। इसके बाद मुख्य जंग शुरू होगी। पीएम मोदी भी कांग्रेस पर वार करने पहुंचेंगे लेकिन अगर उन्होंने कोई घातक अश्त्र का प्रयोग नहीं किया तो टीम खट्टर का हाल बेहाल होगा। अब हरियाणा भाजपा को मोदी ही बचा सकते हैं वरना खट्टर का हाल राजस्थान की महारानी जैसा ही होगा। हरियाणा अब तक ने कल एक ऑनलाइन सर्वे किया था। लगभग 13 लोग वोट दे चुके हैं। पोस्ट पर 66000 लोग पहुँच चुके हैं। सैकड़ों प्रतिक्रियाएं आ चुकी हैं। देखें रिपोर्ट का स्क्रीन शाट
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