चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों की तारिख का आज या कल एलान हो सकता है। चुनाव से पहले सट्टेबाजों ने जोड़-तोड़ लगाना शुरू कर दिया है। सट्टेबाजों को लगता है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार आराम से बन जाएगी। सट्टेबाज आंकलन लगा रहे हैं कि भाजपा को 65 से 73 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस, इनेलो, जजपा जैसी पार्टियां मिलकर लगभग 20 सीटें निकाल पाएंगी। इन तीनों दलों में से कांग्रेस सबसे आगे रहेगी।
बहुत कम लोगों को पता होगा कि सट्टेबाज पूरे प्रदेश का चक्कर लगा रहे हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में जा रहे है और आंकड़ा इकठ्ठा करने में जुटे हैं। सट्टेबाजों के मुताबिक़ अगर जजपा इनेलो एक साथ आती हैं तक 12 सीटें जीत सकती हैं और ऐसे में कांग्रेस 10 सीटें निकाल पाएगी। अगर दोनों पार्टियां एक मंच पर नहीं आतीं तो कांग्रेस 15 के पार जा सकती है और इनेलो-जजपा का हाल बेहाल हो जाएगा और दोनों पार्टियां मुश्किल से पांच से सात सीटें जीत पाएंगी। प्रदेश के बाहर के सट्टेबाज हरियाणा पर बड़ा दांव खेलने को तैयार हैं। अभी तक भाजपा को ज्यादा से ज्यादा 73 सीटें दी जा रही हैं। सट्टेबाज आम आदमी पार्टी, बसपा और लोसुपा को न के बराबर भाव दे रहे हैं।
सट्टेबाज अभी हुड्डा और सैलजा के किसी बड़े कदम का इन्तजार कर रहे हैं जिनका कहना है कि ये दोनों नेता हरियाणा में घूम रहे हैं लेकिन प्रदेश की 60 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर इनके पास अब पहले जैसे कार्यकर्ता नहीं रहे। अधिकतर कार्यकर्ता बीजेपी के साथ जुड़ गए हैं। कांग्रेस जिला स्तर पर संगठन नहीं तैयार कर सकी जिस कारण इस चुनाव में उसे पहले से भी कम सीटें मिल सकती हैं। सट्टेबाजों का कहना है कि हरियाणा में अब भी मोदी का जादू बरकरार है जिसका भाजपा को फायदा मिलेगा। सट्टेबाजों के मुताबिक भाजपा को 70 तक पहुँचने के लिए अपने कई विधायकों की टिकट कटनी पड़ेगी और युवा एवं साफ छबि के नेताओं को टिकट देगी तभी कोई कमाल हो सकेगा क्यू कि तमाम विधायकों से जनता नाराज भी है।
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