चंडीगढ़: हरियाणा के 48 भाजपा विधायकों में से लगभग 12 विधायकों की टिकटों पर अब भी तलवार लटक रही है। पहले 47 विधायक थे। जींद उप चुनाव के बाद एक विधायक और बढे इस तरह से पार्टी के पास 48 विधायक हैं। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में तीन विधायकों ने भाजपा का दामन थांमा जिनमे दो विधायकों को भाजपा की टिकट मिल सकती है। भाजपा के तीन विधायकों में से एक विधायक की टिकट पर अब भी कैंची चलने की खबर सूत्रों द्वारा मिली है। सूत्रों की मानें तो पृथला के विधायक टेकचंद शर्मा को टिकट देने को लेकर मंथन इसलिए चल रहा है क्यू कि 2014 में जीत के तुरंत बाद ही वो भाजपा का साथ देने लगे थे। अगर टेकचंद शर्मा को पृथला से टिकट मिली तो शारदा राठौर को बल्लबगढ़ से टिकट मिल सकती है। पृथला में ही जिला महामंत्री सोहनपाल सिंह भी जमकर पसीना बहा रहे हैं जबकि पिछली बार यहाँ से टिकट पाने वाले नयनपाल रावत को भी टिकट मिलने की उम्मीद है।
बल्लबगढ़ से दो बार विधायक रहीं शारदा राठौर बल्लबगढ़ से टिकट उस समय मिल सकती है जब वहां के विधायक के टिकट पर कैंची चले और बल्लबगढ़ के सर्वे में वहां के विधायक की छबि अच्छी नहीं बताई गई है , कई अन्य कारण भी हैं जिसके बाद कहा जा रहा है कि केबिनेट मंत्री रामबिलास शर्मा ही अब मूलचंद शर्मा की टिकट बचा सकते है। बड़खल की बात करें तो यहाँ से अब भी सीमा त्रिखा को ही टिकट मिल सकती है। यहाँ से इस विधानसभा क्षेत्र का कोई अन्य दमदार नेता फिलहाल नहीं दिख रहा है। कागजी नेता कई हैं लेकिन जमीन से जुड़े नेता नहीं दिख रहे हैं। तिगांव से अब भी देवेंद्र चौधरी और राजेश नागर में से ही किसी एक नेता को टिकट मिलेगी जबकि फरीदाबाद से विपुल गोयल की टिकट लगभग पक्की है। टिकट वितरण में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की अहम् भूमिका होगी। उनके दफ्तर पर अब जमकर चहल-पहल देखी जा सकती है। उनके घर पर भी टिकट की चाह में कई नेता रोज चाय पीने पहुँच रहे हैं। फरीदाबाद ही नहीं आस-पास के जिलों के नेता भी उनके यहाँ चाय पीने पहुँच रहे हैं।
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