फरीदाबाद: हरियाणा विधानसभा चुनावों का बिगुल अब किसी भी समय बज सकता है। इसी के चलते केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम की आज चंडीगढ़ में समीक्षा बैठक हुई। बैठक में प्रदेश के सभी जिलों के आला अधिकारी मौजूद रहे। हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों में 1.83 करोड़ मतदाता अपने माताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके अलावा, मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए हरियाणा मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा विशेष अभियान चलाया जाएगा। आज की बैठक में डीजीपी हरियाणा सहित कई अधिकारियों ने भाग लिया और जानकारी मिल रही है कि सभी अधिकारियों ने कहा कि इंतजाम पूरे किये जा चुके हैं। माना जा रहा है कि अब कभी भी आचार संहिता लग सकती है।
सीएम मनोहर लाल ने भी आज प्रेस वार्ता कर कई घोषणाएं की। भाजपा की बात करें तो हरियाणा अब तक ने कल ही अपने पाठकों को बताया था कि लगभग पांच दर्जन विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय किये जा चुके हैं। चुनावों की तारीख के एलान के बाद भाजपा की पहली लिस्ट जल्द जारी होगी। कल हमने बताया था कि फरीदाबाद से विपुल गोयल की टिकट लगभग पक्की है। तमाम पाठक फोन कर रहे हैं कि फरीदाबाद की किस विधानसभा सीट से मिले टिकट मिल सकती है। भाजपा के सूत्रों की मानें तो पृथला से अब चार नाम ऊपर चल रहे हैं। विधायक टेकचंद शर्मा, भाजपा महामंत्री सोहन पाल सिंह, नयनपाल रावत के अलांवा अब यहाँ से शारदा राठौर का नाम भी टिकट के लिए ऊपर चल रहा है। पृथला में राजपूत मतदाता अधिक हैं इसलिए नयन, सोहन और शारदा की तिकड़ी टिकट के दावेदारों में प्रमुख है।
बड़खल की बात करें तो यहाँ अब विधायक सीमा त्रिखा का नाम अन्य दावेदारों से बहुत आगे चल रहा है। अगर शहर के किसी अन्य विधानसभा सीट से भाजपा ने किसी महिला को टिकट नहीं दिया तो बड़खल से सीमा त्रिखा को फिर टिकट मिल सकती है। इस समय एनआईटी से नीरा तोमर और पृथला और बल्लबगढ़ दोनों विधानसभा सीटों से शारदा राठौर मजबूर दावेदारी ठोंक रही हैं और यदि उन्हें बल्लबगढ़ से टिकट मिलती है तो अपनी फरीदाबाद की सबसे चर्चित न्यूज़ बेवसाइट फरीदाबाद लेटेस्ट न्यूज़ के सर्वे के मुताबिक वो बल्लबगढ़ से भारी मतों से चुनाव जीत सकती हैं।
बड़खल विधानसभा क्षेत्र में सीएम की यात्रा के समय होर्डिंग्स लगाने वाले धनेश अदलक्खा को अब लोग बाहरी बताने लगे है ,कहा जा रहा है कि नगर निगम चुनावों में कृष्णपाल गुर्जर ने इनका साथ न दिया होता तो अदलक्खा पार्षद भी न बन पाते क्यू कि ये लोगों के फोन उसी तरह से नहीं उठाते हैं जैसे पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के एक पुत्र किसी का फोन नहीं उठाते हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री गुर्जर ने अदलक्खा के लिए गली-गली में जाकर झोली फैलाकर इनके लिए वोट माँगा था तब ये पार्षद बन सके। क्षेत्र में कई तरह की चर्चाएं चल रहीं हैं जिसे देख लगता है कि लोग अदलक्खा को अब भाव नहीं देंगे। लोगों का कहना है कि अदलक्खा से सीमा लाख गुना अच्छी हैं। सूत्रों द्वारा जानकारी मिली है कि भाजपा हाईकमान कुछ चौंकाने वाले फैसले लेना वाला है। इन फैसलों में न खट्टर की चलेगी न किसी मंत्री की न ही अनिल जैन की। क्या फैसला लिया जाता है वक्त का इन्तजार करें।
Post A Comment:
0 comments: