नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को कल देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रणब मुखर्जी को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया , हालांकि इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी नहीं दिखाई दिए। एक जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी को राष्ट्रपति भवन द्वारा समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन कोई नहीं पहुंचा। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन वो भी नहीं पहुँच। कारण क्या था कुछ नहीं पता चल सका है लेकिन सोशल मीडिया पर अब सवाल उठने लगे हैं।
रविश का मैग्सेसे पुरस्कार देश से मिटते गद्दारों और वामपंथियों के लिए एक संजीवनी है,अब समझ आया कि मैग्सेसे पुरस्कार वितरक भी वामपंथी विचारधारा से प्रेरित हैं।
— आदित्य शुक्ला (@rashtrawadi9) August 9, 2019
अभी दो दिन पहले रविश को मैग्सेसे पुरस्कार मिला था तब राहुल गांधी जैसे कई बड़े नेताओं ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी थी लेकिन अब कई नेताओं के ट्विटर खाते को हमने खंगाला किसी ने भी दादा को बधाई नहीं दी सिर्फ हरियाणा के पूर्व दीपेंद्र हुड्डा ने दादा को बधाई दी है। सोशल मीडिया पर जिसे लिबरल गैंग कहा जाता है वो भी खामोश हैं।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति @CitiznMukherjee जी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान #BharatRatna से सम्मानित किए जाने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ। मेरा सौभाग्य है कि संसदीय परंपराओं, प्रक्रियाओं के ज्ञाता, उत्कृष्ट राजनेता और हम सबके ‘दादा’ का संसद में मुझे सानिध्य प्राप्त हुआ। pic.twitter.com/itv70t4axW— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) August 8, 2019
Post A Comment:
0 comments: