दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि इस ऐतिहासिक निर्णय के दूरगामी परिणाम होने वाले हैं। निश्चित रूप से हमारे कुछ पड़ोसियों को रास नहीं आया है। उनके द्वारा इस बात की कोशिश की जा रही है कि कैसे भारत में और खासतौर पर जम्मू कश्मीर के अमन अमानात के माहौल को बिगाड़ा जा रहा है।
अगले ट्वीट में रक्षा मंत्री ने लिखा है कि जब इस तरह के Historical Decisions सरकार लेती है तो सबसे पहली परीक्षा वहां के Security Establishment की होती है। भारत की सेना और अन्य सुरक्षाबलों ने इस परीक्षा को बड़ी और कड़ी चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
फिर उन्होंने लिखा कि दुबारा सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री मोदीजी ने सबसे पहली विदेश यात्रा जल सीमा से जुड़े मालदीव देश से की।रक्षा मंत्री के तौर पर जब पहली बार विदेश जाने का अवसर मिला तो मैंने भी थल पड़ोसी की जगह जल पड़ोसी का चुनाव किया और पहली विदेश यात्रा अफ्रीकी देश मोजाम्बिक में की।
इसके बाद उन्होंने लिखा कि हिंद महासागर का पूरा इलाका जिसे IOR के रूप में जानते है वह भारत के Strategic Interest की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। IOR में पड़ने वाले लगभग सभी पड़ोसी भारत के साथ बेहतर और गहरे संबंध बनाने को उत्सुक है। जल पड़ोसियों के साथ Maritime Cooperation बढ़ाने पर हमारा पूरा जोर रहेगा।
Post A Comment:
0 comments: