13 अगस्त 2019 :स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि आटो सैक्टर में आई मंदी से हरियाणा, गुरूग्राम में 2 लाख लोगों की लगी लगाई नौकरी जाने से बेरोजगार होना भारी चिंता का विषय है। विद्रोही ने कहा कि इस समय देश में विगत 45 वर्षो में बेरोजगारी की दर सबसे ज्यादा 8.4 प्रतिशत है, वहीं हरियाणा में यह दर 8.7 प्रतिशत है। कहां तो मोदी-भाजपा सरकार वर्ष 2014 में हर वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने व हरियाणा भाजपा सरकार प्रदेश के हर घर को एक सरकारी या गैरसरकारी नौकरी देने के वादे के साथ सत्ता में आई थी। पर वे अपना चुनावी वादा तो पूरा नही कर सके, उल्टा देश व प्रदेश को ऐतिहासिक बेरोजगारी के कुचक्र में जरूर धकेल दिया है।
विद्रोही ने कहा कि भाजपा हरियाणा सरकार के साढ़े चार वर्षो में सरकारी व गैरसरकारी क्षेत्र में जितना रोजगार दिया है, उससे पांच गुणा ज्यादा लोगों के लगे लगाये अर्धसरकारी व निजी क्षेत्र में रोजगार छीन लिए गए है। पिछले साढ़े चार साल में हरियाणा में कागजों में जरूर औद्योगिक निवेश हुआ है, लेकिन जमीन पर कहीं नये उद्योग लगने तो दूर, लगे लगाये गए उद्योग क्या तो बंद हुए है या भाजपा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के चलते कर्मचारियों की छंटनी करने को मजबूर हुए है। जब छह माह में ही आटो सैक्टर में ही लगभग 2 लाख लोग अपनी नौकरियां गवां चुके है, तो सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि अन्य क्षेत्रों में क्या हालत होगी? विद्रोही ने कहा कि देश व प्रदेश को बेेरोजगारी व आर्थिक बदहाली की ओर धकेलने वाली भाजपा के प्रति यदि युवा का मोह नही टूटा तो आने वाला समय न केवल भारी बेरोजगारी लायेगा अपितु आर्थिक बदहाली के चलते आम आदमी, किसान, मजदूर, मेहनतकश वर्ग को अपने व अपने परिवार के लिए दो जून की रोटी जुटा पाना भी दुष्कर हो जायेगा।
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