चंडीगढ़: फरीदाबाद के नीमका जेल के डिप्टी जेलर पर बड़े आरोप लग रहे हैं। फरीदाबाद जिले के एत्मादपुर में रहने वाले तरुण बैसला पुत्र जयराज की जेल में मौत के बाद उनके परिजनों का कहना है कि ये मौत नहीं हत्या है।
मृतक तरुण के परिजनों का कहना है कि जेल प्रसाशन तरुण की हत्या को बीमारी से मौत बताया रहा है जबकि तरुण बीमार नहीं था। परिजनों का कहना है कि मृतक तरुण के शरीर पर मारपीट के निशान हैं। परिजनों ने कहा कि तरुण को बांधकर मारा गया है। परिजनों को भरोषा नहीं हो रहा है कि उनका तरुण पर इस दुनिया में नहीं है।
परिजनों का कहना है कि डिप्टी जेलर संदीप ने तरुण से एक लाख रूपये मांगे थे और न देने पर उन्हें बांधकर बुरी तरह से टार्चर किया गया जिससे तरुण ने दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि तरुण की मौत नहीं उनका मर्डर हुआ है और डिप्टी जेलर संदीप ने ये मर्डर पैसे के लिए किया है।
मृतक का आज अंतिम संस्कार किया गया जिसके बाद उनके परिजनों ने कहा कि तरुण 15 दिन की पेरोल पर आया था और पूर्ण रूप से स्वस्थ था और उसका मेडिकल भी हुआ था। परिजनों ने बताया कि 23 अगस्त को तरुण पेरोल ख़त्म होने के बाद जेल गया जिस समय पूरी तरह से स्वस्थ था।
परिजनों ने हरियाणा के डीजीपी से मांग की है कि इस मामले की जांच कराई जाए और डिप्टी जेलर पर तरुण की हत्या का मामला दर्ज किया जाए।
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