फरीदाबाद: विधानसभा चुनावों के लिए अगले महीने आचार संहिता लग जाएगी और उसके बाद अक्टूबर के तीसरे हफ्ते के आस पास चुनाव करवा लिए जाएंगे। इसी महीने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की परिवर्तन रैली है तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इसी महीने से रथयात्रा की शुरुआत करेंगे। कुल मिलाकर हरियाणा में चुनावी बिगुल बच चुका है। फरीदाबाद के बड़खल विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहाँ वर्तमान विधायिका सीमा त्रिखा का विरोध भाजपा के नेता की कई दिनों से कर रहे हैं और दर्जनों नेता तीन बार दिल्ली का चक्कर लगा चुके हैं। अब ऐसे में सवाल उठता है कि अगर भाजपा नेताओं को सीमा नहीं पसंद तो बड़खल में किस भाजपा नेता को टिकट मिल सकती है। बड़खल की बात करें तो बड़खल विधानसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से लगभग 45 प्रतिशत मतदाता पंजाबी बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं। इसी लिए ये पंजाबी सीट कही जाती है।
सूत्रों की मानें तो यहाँ से हरियाणा भाजपा प्रवक्ता राजीव जेटली को भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा गया है । हरियाणा के दिग्गज भाजपा नेताओं ने राजीव जेटली को चुनावों के लिए तैयार रहने के लिए भी कहा है। राजीव जेटली युवा है और उनमे काबिलियत भी है। अगर भाजपा उन्हें टिकट देती है तो मैदान भी मार सकते हैं जिसका प्रमुख कारण है कि पिछले चुनावों में टिकट न मिलने से नाराज पूर्व विधायक चन्दर भाटिया का गुट भाजपा से अलग हो गया था। जेटली को टिकट मिली तो वो गुट भी भाजपा का साथ देगा। ऐसा सूत्रों द्वारा जानकारी मिली है। वो गुट अब तक सीमा त्रिखा के खिलाफ काम कर रहा है। उस गुट के कुछ लोगों का कहना है कि सीमा को छोड़ किसी को भी भाजपा की टिकट मिली तो हम भाजपा का साथ देंगे।
सूत्रों की मानें तो राजीव जेटली से ये भी कहा गया है कि अगर बड़खल में बात न बनी तो एनआईटी से भी टिकट दी जा सकती है। इस मामले को लेकर जब उनसे बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के लिए कई वर्षों से काम कर रहा हूँ और पार्टी के हर फैसले का मैं स्वागत करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरा मुख्य लक्ष्य है कि पार्टी को प्रदेश में 75 से ज्यादा सीटें मिलें और फिलहाल मैं इस मुद्दे पर काम कर रहा हूँ और मेरा प्रयास है कि हरियाणा में भाजपा कम से कम 75 सीटों पर विजय श्री हासिल करे।
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