फरीदाबाद: हरियाणा के पृथला ग्राम में प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी बूढ़ी तीज के पर्व पर ऐतिहासिक दंगल एवं भण्डारे का भव्य आयोजन भाई राकेश तँवर पृथला और ग्रामवासियों द्वारा किया गया। इस दंगल में 10 साल के बच्चों से लेकर भारत केसरी पहलवानों ने दाव पेंच दिखाए और 2 लाख रुपए की इनामी राशि की कुश्ती हुई, जिसे हजारों की सख्यां में दर्शकों ने देखा। पृथला में होने वाले इस ऐतिहासिक दंगल में प्रतिवर्ष हजारों लोग एक साथ दर्शक बनकर बैठते हैं और कुश्ती के लिए अपने बच्चों को लेकर आते हैं। देश में एक तरफ जहाँ क्रिकेट का खुमार है वहीं पृथला जैसे ग्रामीण क्षेत्र से इतना बड़ा उदाहरण निकलना हरियाणा के युवाओं के लिए आशा की किरण है। पृथला
भारतीय खेलों में कुश्ती को जीवंत रखने की जिम्मेदारी हरियाणा के युवाओं ने उठा रखी है - ये कथन इस दंगल में उपस्थित मुख्यातिथि महिला कांग्रेस महासचिव नगमा मोरारजी ने कहे। वही दूसरी तरफ दशकों तक फ़िल्म इंडस्ट्री पर राज करने वाले महान अभिनेता और कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वो युवाओं में कुश्ती के लिए इतना जोश देखकर बहुत खुश हुए और तुरंत ही पृथला में दुबारा आने का आमंत्रण भी स्वीकार कर लिया।
सदियों से चले आ रहे इस ऐतिहासिक दंगल को आयोजित करने वाले राकेश तँवर पिछले 18 सालों से कुश्ती को हरियाणा की मुख्य धारा से जोड़े रखने की कोशिश कर रहे हैं। राकेश तँवर पृथला का कहना है कि "हम तब तक सुरक्षित हैं जब तक हमारी संस्कृति सुरक्षित है. इसलिए हमें सबसे पहले अपनी संस्कृति को सुरक्षित रखने की कोशिशे करनी चाहिए, और इसी कोशिश का परिणाम है।
तँवर ने ये भी कहा कि वो पृथला क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर की स्पोर्ट अकादमी खोलने के लिए प्रयासरत हैं। इस आयोजन से लगातार पृथला का नाम आज कल कुश्ती के दंगल और लाखों के इनाम के लिए जाना जा रहा है। ऐसे दंगलों की आयोजनों से हरियाणा में कुश्ती के भविष्य को नई उम्मीद की तरह देखा जा सकता है।
पहला इनाम दो लाख भारत केसरी निशांत ठाकुर और हरकेश तंवर के बीच बराबरी पर दोनों पहलवानों को एक एक लाख रूपये।
दूसरी कुश्ती एक लाख रुपये की भारत केसरी युधिष्ठिर और भारत केसरी बिरजु के बीच बराबरी पर। दोनो पहलवानों को पचास पचास हज़ार रूपये का इनाम दिया गया।
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