पलवल: चांदहट थाना क्षेत्र के अलावलपुर में नवम्बर 2018 में यस बैंक की दिल्ली शाखा में कार्यरत कालीरमन की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्यारोपितों ने मृतक के पास से नकदी व अन्य सामान भी लूट लिया था । गंभीर रुप से घायल अवस्था में परिजन फरीदाबाद के निजी अस्पताल में ले गए थे जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक के पिता के बयान पर दिनेश व अजीत सहित तीन-चार अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था लेकिन 10 महीने बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज मृतक कालीरमन के परिजन और गांव के सैकड़ों लोगों ने सोमवार को पलवल के एसपी आफिस के बाहर कई घंटे प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की लोगों ने भाजपा सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि 28-29 अगस्त को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध किया जाएगा और उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे और इसकी जिम्मेदार पलवल पुलिस होगी क्यू कि पुलिस की लापरवाही के कारण हत्यारे अब तक आजाद घूम रहे है।
मृतक कालीरमन के भाई लोकेश डागर ने बताया कि वो 10 महीने से थाने चौकी के चक्कर काटते-काटते थक गया है। पुलिस के बड़े अधिकारियों से कई बार मिला लेकिन सिर्फ आश्वासन मिला। कोई कार्यवाही नहीं हुई, केस अब भी पुलिस चौकी में ही है। न क्राइम ब्रांच को दिया गया न ही अन्य किसी बड़े अधिकारी से जांच करवाई गई।
लोकेश ने बताया कि उसके भाई के हत्यारों से उसे और उसके परिवार को जान का खतरा है और वो और उसका परिवार हमेशा दहशत के साये में रहते हैं। शाम होने के बाद कोई घर से नहीं निकलता और दिन में कहीं भी घर के लोग जाते हैं तो डर लगता रहता है कि कहें हत्यारे कोई वारदात न कर दें। लोकेश डागर ने बताया कि लगता है पुलिस हत्यारों से मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि 10 माह का समय बहुत होता है।
कई घंटे तक कोर्ट के बाहर प्रदर्शन करने के बाद पलवल के एसपी नाराज लोगों से मिले और उनसे कहा कि इस मामले में हम जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे लेकिन आप लोगों को अगर आरोपियों के बारे में कोई जानकारी मिले तो हमें तुरंत सूचित करें।
आपको बता दें कि अलावलपुर निवासी कालीरमन यस बैंक में फाइनेंस विभाग में नौकरी करते थे। 3 नवंबर 2018 को रात करीब 11 बजे जब वह अपने गांव अलावलपुर आ रहे थे तो गांव से मात्र 200 मीटर की दूरी पर उनसे लूटपाट कर गोली मार दी गई। परिजन तुरंत ही कालीरमन को पलवल एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां उसकी हालत को गंभीर देखते हुए उसे फरीदाबाद के एशियन अस्पताल में ले गए। वहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्यारे आज तक अरेस्ट नहीं हुए हैं। इस कारण सोमवार को लोगों ने बड़ा प्रदर्शन किया।
मौके पर भारी पुलिस बुलाई गई और मृतक के भाई लोकेश डागर ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने की धमकी भी दी। लोकेश ने कहा कि अब यात्रा के दौरान हम सैकड़ों लोगों संग सीएम का घेराव करेंगे और उन्हें काले झंडे दिखाएंगे। सोमवार प्रदर्शन के दौरान लोगों की पुलिस से जमकर बहस हुई और बहस के बाद एसपी पलवल नाराज होकर मौके से चले गए जिसके बाद लोगों का गुस्सा और बढ़ गया और पुलिस के खिलाफ कई घंटे तक नारेबाजी होती रही।
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