चंडीगढ़, 30 अगस्त- हरियाणा के पशुपालन एवं डेरी मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ की प्रदेश में दुग्ध उत्पादकता बढ़ाने तथा पशुधन नस्ल सुधार के विजन को आगे बढ़ाते हुए विभाग ने ‘हर पशु का ध्यान’ मोबाइल एप तैयार किया है। इसके अलावा, इस एप पर विभाग की 52 सेवाओं की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।
श्री धनखड़ ने आज यहां हरियाणा निवास में एक कार्यक्रम में इस एप को लांच किया। उन्होंने कहा पशुओं की नस्ल सुधार के लिए उनका पंजीकरण एवं प्रमाणीकरण करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। उन्होंने बताया कि अच्छी नस्ल के सांड व भैंसे उपलब्ध हों इस और ध्यान दिया जा रहा है। श्री धनखड़ ने बताया कि दूध को बढ़ाने के लिए चार मुख्य बिंदूओं पर फोकस किया जाएगा, जिनमें अनुवांशिकी, अच्छा पशु चारा, पशु घरों का नियंत्रित वातावरण तथा नवीनतम तकनीक से गर्भाधान शामिल हैं।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री धनखड़ ने बताया कि पशु पंजीकरण खरणा सुधार की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। इससे पशुओं की वंशावली तैयार हो सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर पशु बीमित हो इस दिशा में भी पशुपालकों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने पशुओं का बीमा करवाएं। उन्होंने बताया कि 100 रुपये के प्रीमियम से तीन वर्ष तक पशु का बीमा कवर किया जाता है। उन्होंने बताया कि 10 लाख पशुओं के बीमा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और अब तक 1.25 लाख पशुओं का बीमा किया जा चुका है।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री धनखड़ ने हरियाणा गौ-सेवा आयोग के माध्यम से बेसहारा पशुओं की टैगिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने गौ-सेवा आयोग का बजट 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 46 करोड़ रुपये किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस समय 518 पंजीकृत गौशालाएं हैं, जिनमें लगभग 4 लाख पशु हैं। उन्होंने गौशालाओं को पशुचारा उगाने के लिए पंचायत की जमीन मात्र 7100 रुपये के सालाना पट्टेे पर दी जाती है। अगर गौशाला उसी गांव की जमीन में स्थित है तो उस जमीन को 5100 रुपये के सालाना पट्टेे पर दिया जाता है। इस अवसर पर पशुपालन एवं डेरी मंत्री विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ० सुनील गुलाटी, महानिदेशक श्री हरदीप सिंह के अलावा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
Post A Comment:
0 comments: