फरीदाबाद: छुट्टी के दिनों का सबसे बड़ा फायदा अरावली के खनन माफिया उठाते हैं और तीन दिनों की छुट्टी के दौरान कई लाख रूपये के पत्थर अरावली पर चुराकर क्रेशन जोनों में भेजे जा चुके हैं। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर का जिन्होंने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि पाली के पास कई दिनों से अवैध खनन जारी है जहाँ पीएलपीए लागू है और ये वन क्षेत्र है। पाराशर ने कहा कि माफिया छुट्टियों का फायदा उठा रहे हैं।
पाराशर ने बताया कि पाली के पास के अवैध खनन की शिकायत खनन विभाग से वहां के ही लोगों ने करनी चाही तो वन विभाग की अधिकारी ने कहा कि अभी छुट्टी चल रही है, छुट्टी के बाद एफआईआर दर्ज करवा देंगे जबकि खनन विभाग के अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया।
पाराशर ने कहा कि उन्हें कुछ ग्रामीणों ने बताया कि यहाँ वन विभाग की जमीन पर बड़ा गड़बड़झाला किया जा रहा है। किसी अधिकारी से जब ग्रामीण शिकायत करते हैं तो कोई सुनता नहीं है। अगर कोई अधिकारी फोन उठा भी लेता है तो ग्रामीणों को धमकाने लगते हैं।
पाराशर ने कहा कि मैंने पहले भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी जिसकी मुझे लिबर्टी मिली थी और अब मंगलवार को सबूत सहित सुप्रीम कोर्ट में फिर याचिका दायर करूंगा और उसमे खनन अधिकारी और मुख्य सचिव हरियाणा पार्टी होंगे क्यू कि इन्ही सबकी लापरवाही से अरावली पर अवैध खनन जारी है। पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद में एक दो नहीं अरावली पर कई जगहों पर सुप्रीम कोर्ट की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं और अवैध खनन जारी है जिसके मेरे पास अब कई सबूत आ चुके हैं।
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