नई दिल्ली: कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने लिखा है कि खट्टर सरकार ने हरियाणा को क़र्ज़ में डुबोया। हरियाणा के गठन यानी साल 1966 से 2014 तक कुल क़र्ज़ था ₹60,000 करोड़, खट्टर सरकार ने 5 साल में क़र्ज़ लिया ₹1,07,000 करोड़। अब हरियाणा पर क़र्ज़ हुआ ₹1,67,000 करोड़। न भविष्य का रास्ता, न कोई काम, क़र्ज़ लेकर करे ऐशो आराम।
सुरजेवाला के इस ट्वीट पर हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने उन्हें जबाब देते हुए लिखा है कि झूठ बोलना अच्छी बात नहीं है जी. झूठ बोलना बंद करिए. इस झूठ की वजह से ही जनता ने कॉंग्रेस को नकार दिया है. सच ये है कि 5 साल पहले हरियाणा पर 60 हज़ार करोड़ नहीं बल्कि करीब 97 हजार करोड़ कर्ज था. इसमें बिजली कम्पनियों का करीब 26 हज़ार करोड़ कर्ज भाजपा सरकार ने अपने खाते में लिया था.
कैप्टन ने एक और ट्वीट कर लिखा है कि जिस पर पहले की तुलना में कम ब्याज देना पड़ा जिससे हर साल करीब 800 करोड़ की बचत होती है. इसकी वजह से राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को पहले के मुकाबले सस्ती बिजली मिल रही है. तब हरियाणा की जीडीपी 399268 करोड़ थी, आज 785000 करोड़ है यानि लगभग दोगुनी है.
जिस पर पहले की तुलना में कम ब्याज देना पड़ा जिससे हर साल करीब 800 करोड़ की बचत होती है. इसकी वजह से राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को पहले के मुकाबले सस्ती बिजली मिल रही है. तब हरियाणा की जीडीपी 399268 करोड़ थी, आज 785000 करोड़ है यानि लगभग दोगुनी है.— Captain Abhimanyu (@CaptAbhimanyu) August 8, 2019
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