चंडीगढ़: एक पुरानी कहावत है कि ऊपर वाला देता है छप्पर फाड़ के दे देता है और इसका उदाहरण आजकल हरियाणा में देखने को मिल रहा है जहाँ ऊपर वाला प्रदेश के अब तक के सबसे कमजोर सीएम कहे जाने वाले मनोहर लाल को दे रहा है। यही नहीं लगभग एक साल पहले मनोहर लाल को देश में भाजपा शाषित राज्यों में से सबसे कमजोर सीएम का दर्जा मनोहर लाल को ही दिया जा रहा था लेकिन कहीं बादल फटने से सब कुछ तवाह हो जाता है तो कहीं इस दुनिया में सोने की भी बारिश होती है।
वर्तमान में मनोहर लाल को भाजपा शाषित राज्यों में से सबसे मजबूत सीएम कहा जा रहा है। जबसे मनोहर लाल के नेतृत्व ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला को जींद में धूल चटाया तबसे मनोहर लाल का कद रॉकेट की रफ़्तार से बढ़ा और लोकसभा चुनावों में सभी 10 लोकसभा सीटें भाजपा के खाते में गईं और मनोहर लाल बहुत मजबूत हो गए। एक समय था कि खट्टर पीएम मोदी से कई महीनों से मुलाकात का समय मांग रहे थे लेकिन लगभग 14 महीनों तक समय नहीं मिला लेकिन अब खट्टर जब चाहें पीएम से मिल सकते हैं।
वर्तमान में सीएम मनोहर लाल जन आशीर्वाद यात्रा के तहत पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं और जहाँ भी सीएम जा रहे हैं उनका अभूतपूर्व स्वागत हो रहा है। पहले उनके रोड शो में जेबकतरों की संख्या ज्यादा होती थी लेकिन अब भाजपा कार्यकर्त्ता इतने होते हैं कि जेबकतरे बीच में नहीं घुस पा रहे हैं।
सीएम की यात्रा चार दिन पहले शुरू हुई थी और अब तक कई जिलों में उनका जिस तरह से स्वागत हुआ है उसे देख लगता है कि हरियाणा भाजपा एक बड़ी भूल कर चुकी है। मिशन 75 की जगह मिशन 90 होना चाहिए था लेकिन हरियाणा अब तक ने इस यात्रा के बारे में जांच पड़ताल की तो हमने पता चला कि सीएम की इस यात्रा में भीड़ आ नहीं लाई जा रही है। हर जिले में सीएम का लगभग एक दर्जन जगहों पर स्वागत हो गया है और डेढ़ माह बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में टिकट पाने के लिए स्थानीय नेता ये भीड़ जुटा रहे हैं। यात्रा से पहले खबरों में कहा गया था कि अधिकतर टिकटें खट्टर बाँटेंगे इसलिए स्थानीय नेता रात दिन एक करके बड़ी भीड़ के साथ सीएम का स्वागत कर रहे हैं ताकि टिकट उन्हें ही मिले।
हरियाणा अब तक को आज एक और जानकारी अपने करनाल के रिपोर्टर से मिली है और उस जानकारी के मुताबिक जिन जिलों में सीएम को अगले दिन जाना है उन जिलों में भाजपा के बैनर, झंडे खरीदने वाले नेताओं की होड़ मची है। जो चतुर और चालक नेता हैं वो जिले की सभी उन दुकानों से सभी झंडे-डंडे पहले ही खरीद ले रहे हैं जिन दुकानों पर भाजपा के झंडे वगैरा बिक रहे हैं। इस कारण नादान नेताओं को झंडे-डंडे नहीं मिल पा रहे हैं। भाजपा के झंडे-डंडे न मिलने से कई नेता परेशान भी हैं और दुकानदारों को एक का-चार का ऑफर देने लगे है यानि एक रूपये वाला भाजपा का झंडा चार रूपये में भी मिले तो दे दो, पर दे दो, कहीं से भी जुआड़ करो लेकिन कर दो।
दोस्तों ये सब इसलिए हो रहा है क्यू कि प्रदेश में जल्द विधानसभा चुनाव है और जबसे इनेलो टूट गई और कांग्रेस फूट गई तबसे खट्टर के दोनों हांथों में अपने आप शुद्ध देसी घी के लड्डू आ गए। बल्लबगढ़ वाली दुकान के देसी घी नहीं, प्योर घी बेंचने बाले हरियाणा के एक दुकानदार का घी खरीदकर बनवाया गया है ये लड्डू।
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