अनूप कुमार सैनी: रोहतक, 9 अगस्त। कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और पूर्व सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने अनुच्छेद 370 को खत्म करने के फैसले के पारित होने का एक बार फिर से स्वागत करते हुए कहा कि मैं अपने स्टैंड पर अब भी कायम हूं। दीपेन्द्र हुड्डा कांग्रेस कार्यसमिति के पहले ऐसे सदस्य थे, जिन्होंने सबसे पहले इसके समर्थन में आवाज उठाई थी।
पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर इस बारे में बताते हुए दीपेन्द्र ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कार्यसमिति को देश की भावनाओं से अवगत कराया। पूर्व कांग्रेसी सांसद आज रोहतक के कई कार्यक्रमों में शामिल हुए और कार्यकर्त्ताओं से मुलाकात करके आगामी 18 अगस्त की परिवर्तन महारैली में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होने का आमंत्रण दिया।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने अनुच्छेद 370 के संबंध में पूछे गए सवाल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मेरी पहले से राय थी कि आज के युग में धारा 370 के बने रहने का कोई औचित्य नहीं था और इसको हटना चाहिए। मैंने और करोड़ों देशवासियों ने देश की अखंडता और कश्मीर वासियों के अच्छे भविष्य के लिए राजनीति से ऊपर उठ कर राष्ट्रहित में धारा 370 हटाने के सरकार के फैसले का समर्थन किया। भाजपा सरकार भी इस विषय पर कोई राजनीति न करे। अब सरकार की पूरी तरह जिम्मेदारी है कि उस विश्वास को बनाये रखे और कश्मीर में अमन-चैन, विश्वास के वातावरण में बातचीत के जरिये इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाए।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि देशहित में सरकार को इस बात का भी ख़याल रखना चाहिए कि लोकतंत्र में सहमति और भरोसे से आगे बढ़ने के प्रयास सबसे महत्वपूर्ण होते है। सभी मुख्यधारा के दलों को बातचीत का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार कश्मीर के मुख्यधारा के सभी राजनीतिक दलों को बातचीत के माध्यम से इस मसले पर एक साथ लाने के प्रयास करेगी।
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