फरीदाबाद: देश में पुलिस के जवानों और अधिकारियों के आत्महत्या के मामलों में लगातार इजाफा होता जा रहा है। बड़े मामलों की बात करें तो पिछले साल 5 सितंबर को कानपुर से एसएसपी सुरेंद्र कुमार ने भी घरेलू विवाद के बाद जहर खाकर अपनी जान दे दी थी। इस दौरान तमाम पुलिसकर्मियों ने भी आत्महत्या की लेकिन फरीदाबाद के डीसीपी विक्रम कपूर ने जिस तरह आत्महत्या की उसे कोई पचा नहीं पा रहा है।
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक लगभग 6 बजे डीसीपी ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से अपने मुँह में गोली मारी और गोली चलने की आवाज सुनने के बाद बाथरूम गई उनकी पत्नी तुरंत बाहर आईं तो देखा डीसीपी ड्राइंगरूम में खून से लथपथ पड़े थे। घटना की सूचना मिलने ही फरीदाबाद पुलिस के बड़े अधिकारी बदहवाश हो गए और कई अधिकारी उनके आवास पर पहुंचे। फारेंसिक टीम के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए। मौके से कोई सुसाइड पत्र अभी तक नहीं बरामद हुआ है। डीसीपी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया है।
विक्रम कपूर मूलतः अम्बाला के रहने वाले थे और दो साल से फरीदाबाद में तैनात थे। हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर के पद पर वो भर्ती हुए थे और प्रमोशन के बाद आईपीएस बने थे और एक साल बाद उन्हें रिटायर होना था। फरीदाबाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और जल्द पता चल सकता है कि डीसीपी ने इतना बड़ा कदम क्यू उठाया।
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