फरीदाबाद: डीसीपी विक्रम कपूर आत्महत्या केस में क्या फरीदाबाद पुलिस पर कोई दबाव था जिस वजह से इस मामले की हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव ने एसआईटी का गठन किया। शहर में अब तरह-तरह की चर्चाएं चलने लगीं हैं। कहा जा रहा है कि फरीदाबाद पुलिस किसी दबाव में काम कर रही थी। कहा जा रहा है कि अब्दुल की जिस महिला मित्र का नाम इस मामले में शामिल है वो कश्मीरी मूल की है और सैनिक कॉलोनी की रहने वाली रहने वाली है और वो एक नहीं अनेक तरह के गलत कामों में शामिल है।
चर्चा है कि फटाफट एसआईटी का गठन टाइम्स आफ इंडिया के कारण हुआ है क्यू कि हाल में टाइम्स आफ इंडिया की एक खबर पर फरीदाबाद पुलिस ने सवाल उठाया था जिसके बाद टाइम्स आफ इंडिया ने ऊपर इसकी शिकायत कर दी और डीजीपी ने फटाफट एसआईटी का गठन कर दिया और उस अधिकारी को एसआईटी का चीफ बनाया जो किसी के दबाव में काम नहीं करता।
आपको बता दें कि फरीदाबाद डीसीपी विक्रम कपूर आत्महत्या की जांच डीजीपी मनोज यादव अपने स्तर से भी करवाएंगे। इसके लिए डीजीपी ने आईजी हिसार अमिताभ सिंह ढिल्लों की अगुवाई में एक एसआईटी का गठन किया है। इस टीम में एसपी पलवल नरेंद्र बिजरानिया भी शामिल हैं। एसआईटी आईपीएस की आत्महत्या जांच नए सिरे से कर डीजीपी को रिपोर्ट देगी। एसआईटी हेड अमिताभ सिंह ढिल्लों फरीदाबाद के सीपी भी रह चुके हैं। उनकी गिनती तेज-तर्रार अफसरों में होती है। महकमे में कहा जाता है कि वह किसी भी दबाव में नहीं आते हैं। कल देर शाम एसआईटी के सदस्य फरीदाबाद पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी है।
डीसीपी विक्रम कपूर ने बुधवार को आत्महत्या की थी और सूत्रों की मानें तो उन्हें इंस्पेक्टर अब्दुल, पत्रकार सतीश और अब्दुल की महिला मित्र कई महीने से ब्लैकमेल कर रहे थे। इंस्पेक्टर अब्दुल उनसे कहता था कि तेरे खिलाफ ऐसी खबर छपवाऊँगा कि तू दुनिया में किसी को मुँह दिखाने लायक नहीं रहेगा। वो खबर कौन सी थी अब एसआईटी जल्द पूरा खुलासा कर सकती है।
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