फरीदाबाद: शहर के थाना कोतवाली में आठ अगस्त को दर्ज एफआईआर नंबर 358 में के बारे में पूर्व भाजपा विधायक चन्दर भाटिया का कहना है कि इस एफआईआर के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कल देर रात थाना कोतवाली में भाजपा के पूर्व विधायक चंद्र भाटिया व उनके बेटे तथा पत्नी के ऊपर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है जबकि पुलिस ने एफआईआर में जो लिखा है उसके मुताबिक़ ये मामला सरिता पत्नी रामभगत ने दर्ज करवाया है।
पूर्व विधायक भाटिया ने बताया कि ये मामला एक झूंठा मामला है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने बताया कि डिप्टी सीमओ रामभगत को फरीदाबाद में लगभग 25 साल से हैं। उनके पत्नी सरिता का कहना है कि मेरी पत्नी ने उन्हें को सरकारी जमीन बेची है। भाटिया ने कहा कि पहले तो यह सरकारी जंमीन नहीं है। मेरी पत्नी के नाम रजिस्टरी और मोटेशन चढ़ी हुई है और मेरी पत्नी ने ज़मीन बेची नहीं किराये पर दी थी डिप्टी सीमओ की पत्नी ने ये कहकर किराये पर लिए की पेट्रोल पंप लगवाना है उसके एवज में इन्होने रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कोर्ट में किया और 10 लाख एडवांस में दिये थे। इन्होने 3 महीने बाद कहा कि हमारा पेट्रोल पंप पास नहीं हुआ और हमें हमारे पैसे वापस दिये जाए। तब हमने कहा कि हमें आपका पैसा देने में कोई एतराज नहीं है। कोर्ट से एग्रीमेंट कैंसिल करवा लो और अपने पैसे ले जाओ।
पूर्व विधायक ने बताया कि हमने उनसे कहा कि हमें कोई एतराज नहीं है भाई चारे में हम ये पैसे वापस कर देंगे उसी एवज में कोर्ट के अन्दर एप्लीकेशन दी गई की रजिस्टर एग्रीमेंट कैंसिल किया जाए और हम पेमेंट देने के लिए तैयार है लेकिन डिप्टी सी एम् ओ ये दबाब बनाने चाहते थे कि रजिस्टर एग्रीमेंट कोर्ट में कैंसिल न हो जिसकी कोर्ट में इसी महीने तारीख लगी है। चन्द्र भाटिया ने कहा कि हम चाहते थे कि कोर्ट के अन्दर रजिस्टर एग्रीमेंट कैंसिल हो।
उन्होंने कहा कि मैंने आज खबरों में पढ़ा तब पता चला कि मेरी पत्नी और बेटे पर कोई मामला दर्ज हुआ है। उन्होंने कहा कि मैंने एसएचओ से संपर्क किया लेकिन उनसे अभी संपर्क नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएमओ की पत्नी ने झूंठा मामला दर्ज करवाया है। जिस जमीन की बात की गई है उसकी रजिस्ट्री मेरे पास है और उस जमीन को सरकारी बता झूंठा मामला दर्ज करवा दिया गया है। पूर्व विधायक ने कहा कि झूंठे मामले से मेरी छबि खराब करने का प्रेस किया गया गया और अब अगर डिप्टी सीएमओ खंडन करें कि ये जमीन सरकारी नहीं है अगर उन्होंने इसका खंडन नहीं किया तो मैं उन पर मानहानि का मामला दर्ज करवाऊंगा। उन्होंने कहा कि मैं दो बार विधायक रह चुका हूँ और मेरे स्वर्गीय पिता भी भाजपा के विधायक ने और इस झूंठे मामले से मेरे परिवार को आघात लगा है। उन्होंने कहा कि मैं जमीन के सभी पेपर और रजिस्ट्री दिखा सकता हूँ जिसे उन्होंने सरकारी बताया है।
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