चण्डीगढ़, 17 जुलाई- हरियाणा के वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि वे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की जल संचय की मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए मानसून के दौरान बरसात के पानी का अधिक से अधिक संचय करें। हरियाणा में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की पहल पर प्रदेश के नौ धान बाहुल्य जिलों के 50000 हैक्टेयर क्षेत्र में लोगों ने धान के स्थान पर अरहर, मक्का व अन्य फसल की बुआई करके पानी बचाने का देश के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
एक पत्रकार चर्चा में राव नरबीर ने कहा कि जल शक्ति व जल संरचना आज की जरूरत है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल जल शक्ति मंत्रालय का अलग से गठन किया है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 1999 में पानी के राष्ट्रीय महत्व को समझते हुए देश की सभी नदियों को जोडऩे की योजना बनाई थी। परंतु अब श्री मोदी ने जल संचय के प्रति लोगों को जागरूक किया है और अपने मन की बात कार्यक्रम में भी लोगों से जल संचय की अपील की है। राव नरबीर ने कहा कि गुरुग्राम में तीन स्थानों की पहचान की है, जहां पर चैक डैमों का निर्माण किया जाएगा। गत दिनों मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इन स्थलों का दौरा किया था।
राव नरबीर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने दक्षिण हरियाणा की लगभग 300 टेलों पर पिछले वर्ष बरसात के समय पानी पहुंचाया था और इस वर्ष भी इन टेलों पर पानी पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने रेवाड़ी जिले के मैसानी बैराज में आठ फुट तक पानी पहुंचाया है, जो भू-जल रिचार्ज के लिए काफी लाभकारी होगा। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की योजनाओं का असर आने वाले दो-तीन वर्षों में देखने को मिलेगा। राव नरबीर ने कहा कि हरियाणा गठन के बाद पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण की पहल की है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सरकार का कार्यों के आंकलन करती है और जनता ने पिछले लोकसभा चुनावों में प्रदेश में भाजपा को 10 सीटें देकर सरकार की कार्यों व नीतियों पर अपनी मोहर लगाई है और उन्हें आशा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भी हरियाणा की जनता भाजपा की नीतियों पर फिर से अपनी मोहर लगाएगी।
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