चण्डीगढ़, 2 जुलाई- हरियाणा के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि राज्य के जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, उन क्षेत्रों में पानी के टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले तीन माह के दौरान प्रदेश के मेवात क्षेत्र में सबसे अधिक पानी के टैंकरों से आपूर्ति की गई है।
डा. बनवारी लाल आज यहां जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंताओं की एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पानी के टैंकरों द्वारा की जा रही पानी आपूर्ति पर निगरानी रखें ताकि किसी भी प्रकार की कोई कोताही न बरती जा सकें। इसके अलावा, टैंकरों द्वारा सप्लाई किया जा रहा पानी की रसीद भी ली जानी चाहिए ताकि पारदर्शिता बनी रहे। बैठक में अधिकारियों ने मंत्री को अवगत करवाया कि विभाग द्वारा अप्रैल, मई और जून माह के दौरान भिवानी में 559, दादरी में 185, गुरूग्राम में 2, हिसार में 196, कैथल में 58, महेन्द्रगढ में 267, मेवात में 8099, पलवल में 307, पंचकूला में 195, रेवाडी में 403, रोहतक में 389 और सिरसा में 22 टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की गई है।
बैठक में विभाग के अधिकारियों ने उन्हें अवगत करवाया कि राज्य सरकार ने जलसरंक्षण के लिए एक कार्यक्रम को आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया जाएगा जिसमें पहला चरण 1 जुलाई से 15 सितंबर और दूसरा चरण 16 सितंबर से 30 नबम्वर के बीच आयोजित होगा, जिसमें पांच बिदंूओं को दर्शाया गया है। इस कार्यक्रम के लिए पांच मुख्य विभागों को शामिल किया गया है तथा इसी कड़ी में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को रियूज नीति को लागू करने के लिए नोडल विभाग चुना गया है। उन्होंने कहा कि इस नीति को लागू करने के उपरांत विभाग वर्तमान में बर्बाद हो रहे पानी को 60 से 70 प्रतिशत तक बचाने में सफल रहेगा।
बैठक के दौरान डा. बनवारी लाल को आरओ सिस्टम के संचालन के संंबंध में जानकारी दी गई और बताया गया कि आरओ से निकलने वाले व्यर्थ पानी को अन्य कार्यों में प्रयोग किया जा सकता है और इस पानी को एकत्रित करने के लिए एक प्रणाली की आवश्यकता होती है जिस पर विभाग कार्य कर रहा है ताकि इस पानी को बचाकर अन्य कार्यों में प्रयोग किया जा सकें जैसे कि फलश व पौचा इत्यादि में। बैठक के दौरान बताया गया कि वर्षा के पानी के संग्रह के बारे में विभाग द्वारा हिदायतें जारी की गई हैं, इस पर मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पानी की बर्बादी को रोकने के ठोस व कारगर उपाय सुझाएं ताकि पानी की बर्बादी को रोका जा सकें।
बैठक में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री को बताया गया कि हाल ही में 348 टयूबवैल लगाने के लिए मंजूरी विभाग को मिल गई है और इस कार्य को करवाने के लिए प्रक्रिया की जा रही है। बैठक में में डा. बनवारी लाल ने विभाग के कार्य को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए नियुक्त स्टाफ के बारे में रेशनलाईजेशन करने का भी जिक्र किया, जिस पर विभाग के अधिकारियों ने कहा कि स्टाफ का रेशनलाईजेशन भी आवश्यक है ताकि लोगों की समस्याओं को समाधान त्वरित किया जा सके।
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए कि वे सीवर की सफाई के दौरान सीवरमैनों को सुरक्षा उपकरणों के इस्तेमाल के बारे में जागरूक करें क्योंकि सीवर में विभिन्न प्रकार की जहरीली गैंसे उत्पन्न होती है और कई बार हादसे हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सीवर की सफाई के दौरान सुरक्षा उपकरणों के इस्तेमाल को सख्ताई के साथ लागू किया जाए। उन्होंने गत मुख्य अभियंताओं की बैठक में दिए गए निर्देशों व आदेशों की भी समीक्षा की और जानकारी हासिल की जिसमें मुख्य अभियांताओं को अपने सर्कल में चल रही परियोजनाओं व विकास कार्यों का निरीक्षण करना था। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को आगामी बरसाती मौसम के मद्देनजर आवश्यक निर्देश भी दिए ताकि जल जमाव की स्थिति से निपटा जा सकें।
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