नई दिल्ली: झारखंड की एक युवती अब सोशल मीडिया पर सुर्ख़ियों में है। ऋचा भारती ने कोर्ट का वो आदेश मानने से इनकार कर दिया है जिसमे कोर्ट ने कहा कि उन्हें पांच कुरान बांटना पड़ेगा। अब ऋचा ने एक ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने लिखा है कि जिन लोगों ने आज मुझे इतना प्यार दिया और मेरा समर्थन किया है उन सभी का मैं हृदय से धन्यवाद करती हूं, और आश्वासन दिलाती हूं कि मैं ऐसे आदेश का पालन नहीं कर सकती।
आपको बता दें कि रिचा भारती ने हाल में फेसबुक पर एक विवादित पोस्ट लिया था। 12 जुलाई को झारखंड के रांची में उनके खिलाफ सदर अंजुमन कमेटी पिठोरिया के मंसूर खलीफा ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने की शिकायत करते हुए पिठोरिया थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। मामला दर्ज होने के दो घंटे बाद यानी 12 जुलाई को उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। युवती पर आपसी सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप था।
जेल भेजे जाने के दो दिन बाद रांची के पिठोरिया की युवती ऋचा भारती उर्फ ऋचा पटेल (19) को रांची के व्यवहार न्यायालय से सोमवार को सशर्त जमानत मिल गई। अदालत ने आरोपी ऋचा को पांच कुरान सरकारी स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालय में दान करने का निर्देश दिया। हालांकि, कोर्ट के इस फैसले पर ऋचा ने टिप्पणी की है और कहा कि जब दूसरे समुदाय के लोग ऐसा करते हैं तो उन्हें हनुमान चालीसा बांटने को क्यों नहीं कहा जाता? उन्होंने कहा कि मेरे पोस्ट के बाद मुझे गंदी-गंदी गालियां लिखीं गईं और मैं अपने पेज पर वो दिखा भी सकती हूँ लेकिन उन लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई और मेरी पोस्ट को साधारण थी। उनके लोग तो बहुत ज्यादा गंदी पोस्ट करते हैं लेकिन ऐसे लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती।
— Ravi Bhushan (@imravi_b) July 16, 2019
ऋचा के जेल से आने के बाद मंगलवार वो पूरे दिन सुर्ख़ियों में रहीं। हिन्दू संगठनों ने उनकी गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शन भी किया। जेल से बाहर आने पर ऋचा ने कई ट्वीट किये और लिखा कि आज कुरान बंटवा रहे हैं कल को नमाज पढ़वायेंगे और फिर इस्लाम स्वीकारने को बोलेंगे। ऋचा ने सवाल किया कि क्या कभी हिन्दू धर्म के खिलाफ लिखने वाले से कभी सजा के तौर पर रामायण, दुर्गा चालीसा या हनुमान पाठ करने का आदेश सुनाया गया?कोर्ट के आदेश पर ऋचा ने कहा कि मैं कुरान नहीं बाटूंगी कल को कहेंगे कि इस्लाम स्वीकार कर लो, नमाज पढ़ो. सनातन धर्म को गलत बोलने वाले कभी किसी मुस्लिम से कहा कि रामायण पढ़ो, दुर्गा चालीसा पढ़ो, हनुमान का पाठ पढ़ लो। उन्होंने कहा कि मुस्लिम लोग अल्पसंख्यक के नाम पर फायदा उठाते हैं।
कोई भी कानूनी सहायता बहादुर ऋचा के लिए। सनातन धर्म का ये अपमान सरासर अनुचित है। न्यायालय को ऐसा अधिकार नहीं ऑर्डर पास करने का। ऐसा कर के जज ने ऋचा की धार्मिक भावना और स्वतंत्रता पर आघात किया है। गैरकानूनी ऑर्डर है ये। https://t.co/EDGHQ1MwW2— savita SINGH (@savitasing) July 16, 2019
सोशल मीडिया पर अधिकतर लोग ऋचा का साथ दे रहे हैं और सोशल मीडिया पर उन्हें सपोर्ट करने का अभियान चलाया जा रहा है। मामले को उच्च अदालत में ले जाने के लिए जहाँ कई वकील ऋचा का केस फ्री में लड़ने का ऑफर दे रहे हैं वहीं ऋचा के लिए डोनेशन माँगा जा रहा है और सोशल मीडिया की मानें तो 7 घंटे में अब तक 6 लाख रूपये डोनेशन आ गया है।
A BIG THANK YOU to all of you 🙏🙏🙏. We reached the target of 6 lakh Rs in almost 7-8 hours flat. Will request you all to stop the contribution.— Vikas Pandey (@MODIfiedVikas) July 16, 2019
Tomorrow we will finish rest of the formalities with @ketto and transfer the amount to #RichaBharti's father's account. GN now 😴 https://t.co/IKRccPsLcy pic.twitter.com/mwoa1ddL2b
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