फरीदाबाद, 9 जुलाई। स्मार्ट सिटी की परिकल्पना में निरंतर आगे बढ़ रहे फरीदाबाद सबके सांझे सहयोग से इस बार और भी अधिक हरा-भरा नजर आएगा। इसके लिए न केवल सरकारी स्तर पर बल्कि जन सहयोग से फरीदाबाद में व्यापक अभियान चलाया जाएगा। फरीदाबाद को हरा-भरा बनाने व जलशक्ति अभियान को अपेक्षाकृत प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए राज्य के उद्योग एवं वाणिज्य, औद्योगिक प्रशिक्षण और पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने जिला अधिकारियों के साथ इन मुद्दो पर व्यापक चर्चा कर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए।
सर्किट हाउस में बैठक के दौरान पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने कहा प्रदूषण से निपटने का एक ही उपाय है और वोउपाय है वृक्षारोपण, अगर आने वाली पीढ़ी को खुशहाल रखना है तो हर किसी को कम से कम से कम पांच-पांच पेड़ ना सिर्फलगाना होगा बल्कि वो पेड़ जब तक तैयार ना हों तब तक उनकी रखवाली भी करना हमारा कर्तव्य है । विश्व पर्यावरण दिवस परइस वर्ष का थीम वायु प्रदूषण है जिसके मद्दे नज़र पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने 2 लाख पेड़ लगाने का संकल्प लिया गया है।उन्होंने बताया कि 26 से 28 जुलाई तक चलने वाले तीन दिवसीय मेगा प्लानटेशन कार्यक्रम की योजना है, और इस योजना कोसफल बनाने के लिए ज़िले के सभी विभागों की जिम्मेदारी तय की गई है।
बैठक में विषेश रूप से वन विभाग के आधिकारियों को कैबिनेट मंत्रीगोयल ने निर्देश दिया कि वृक्षारोपण के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हर संभव कोशिश करें, इतने बड़े स्तर पर प्लानटेशन के लिए हर थानों में स्कूलों में एवं सरकारी दफ्तरों के साथ ग्रीन बेल्ट एरियों में भी पेड़ लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि लक्ष्य केवल पौधे रोपित करने तक सीमित नहीं है बल्कि उससे भी बड़ी जिम्मेदारी उन पौधों के पालन-पोषण को सुनिश्चित करना भी है ताकि अभियान के मायने सार्थक हों और आने वाले समय में फरीदाबाद हरा-भरा नजर आए। उन्होंने बैठक में उपस्थित उपायुक्त अतुल कुमार एवं हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण निगम फरीदाबाद की प्रशासक सोनल गोयल सहित उपस्थित जिलाधिकारियों को कहा कि फरीदाबाद में योजनाबद्ध तरीके से इस अभियान को सफल किया जाए। इस संदर्भ में 28 जुलाई को बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दिन पौधे वितरित करने के साथ-साथ पौधा प्राप्त करने वाले उनके पालन-पोषण का संकल्प भी लेंगे।
गोयल ने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर उन स्थानों को चिह्नित कर लें जहां पौधा रोपण किया जाना है। उन्होंने कहा इस बात की कोशिश की जाए कि उपलब्ध स्थानों पर छोटे फोरेस्ट विकसित किए जाएं। उन्होंने कहा केवल सरकारी स्तर पर ही नहीं बल्कि छात्र-छात्राओं के साथ समाज के सभी वर्गों के लोगों को इस अभियान से जोड़ा जाए ताकि पेड़-पौधों के महत्व और मौजूदा समय में इसकी जरूरत को समझते हुए हर आदमी भावनात्मक रूप से भी इस पौधे रोपित करने तथा पेड़-पौधों को संरक्षित रखने में रूचि ले। पर्यावरण मंत्री ने बरसात के पानी को पर्यावरण के अमृत बताते हुए कहा कि वर्षा जल संचयन, हमारी परंपरा रहा है। उन्होंने हाल ही में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू किए गए जल शक्ति अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि इसमे बरसाती पानी के संचयन, जल संरक्षण,सघन वनीकरण और पारंपरिक और अन्य जल निकायों या टैंकों के नवीकरण के साथ-साथ वाटरशेड विकास शामिल हैं। प्रधानमंत्री के आह्वान के अनुरूप नागरिकों को जल संरक्षण के लिए हाथ मिलाने और स्वच्छ भारत मिशन की तर्ज पर एकजन-आंदोलन बनाने और भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में फरीदाबाद को आगे बढ़ना है। इस अवसर पर विभ्रिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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