फरीदाबाद: निगमायुक्त अनीता यादव मार्च में नगर निगम अधिकारियों को अवैध पानी की बिक्री करने वाले टैंकर माफियाओं पर शिकंजा कसने और उन पर कार्यवाही करने के आदेश दिए थे लेकिन अधिकारियों ने उस आदेश को एक कान से सुना दूसरें से निकाल दिया और शहर में अब भी पानी जगह-जगह पानी बेंच रहे हैं ।
ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर का जिन्होंने कहा कि बाईपास रोड पर दर्जनों अवैध बोर लगे हैं और वहीं से पानी भरकर शहर की अनेक कालोनियों में पानी बेंचा जा रहा है। पाराशर ने कहा कि पानी का सबसे ज्यादा दोहन अवैध ट्यूबवेल कर रहे हैं। ये ट्यूबवेल संचालक टेंकरों के माध्यम से पानी भर कर लोगों को बेचते है।
पाराशर ने कहा कि निगमायुक्त ने कहा था कि गर्मियों से पहले एक अभियान चला कर इन सभी ट्यूबवेल को बंद कर एफआईआर दर्ज कराई जाएंगी लेकिन अब तक एक भी माफिया पर मामला नहीं दर्ज हुआ है जिस कारण शहर में पानी माफिया धड़ल्ले से पानी बेंच रहे हैं ।
पाराशर ने कहा कि मार्च की बैठक में निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि सभी वार्डों में 100 प्रतिशत पीने के पानी की समुचित व्यवस्था, अवैध टयूबवैल पर कार्यवही, टूटी सड़कों की मरम्मत करवाई जाए लेकिन उनका आदेश हवा में उड़ गया। पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद का हाल बेहाल अधिकारियों के कारण हो रहा है। न पानी, न बिजली, जगह-जगह सड़कें टूटी हैं।
पराशर ने कहा कि बायपास रोड पर पानी की बर्बादी भी जमकर की जा रही है। बाईपास पर कुछ अवैध सर्विस स्टेशन धड़ल्ले से चल रहे हैं जहाँ जमकर पानी बरबाद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारी या तो पानी माफियाओं से मिले हैं या कामचोर हैं और दफ्तर से बाहर नहीं निकलना चाहते। उन्होंने कहा कि कई कालोनियों के लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं और निगमायुक्त ने मार्च में जो आदेश दिए थे उनमे से किसी भी आदेश का पालन नहीं हुआ।
Post A Comment:
0 comments: