कुरूक्षेत्र राकेष शर्मा: बरसात के पानी की वजह से सब्जियों की फसल को काफी नुकसान हुआ है, जिसके कारण सभी सब्जियों के दामों में एकाएक उछाल आ गया है। बाजार में लोग सब्जी खरीदने जरूर आते है लेकिन भाव सुनकर ही अपना विचार बदल लेते है जिसका असर थाली पर पड़ रहा है और थाली से सब्जियां ही गायब हो रही है। वैसे तो जुलाई से अगस्त के बीच सब्जियों पर महंगाई की मार पड़ती ही है जिसके कारण रसोई का स्वाद भी बिगड गया है। सब्जी की रेहडी लगाने वाले मोहनलाल ने बताया कि सब्जियों के दोगुने हो गये है ।वैसे तो जुलाई से अगस्त के माह में सब्जियां प्रति वर्ष महंगी ही रहती है क्योंकि बरसात के कारण फसलें तबाह हो जाती है हरियाणा के साथ साथ सट्टे हुए राज्यों से सब्जियों के ईलावा फल भी पहुँन ना पाना सब्जी महंगी का कारण है।
टमाटर ने दिखाई लाली तो शिमला मिर्च हुई तीखी---
यदि आप लाजवाब खाना खाने
के शौकीन भी टमाटर की लाली को देख कर परेशान है पहले जिसका भाव 15 से 20 रूप्ये था अब बाजार में 50 से 60 रूप्ये के भाव से बिक रहा है। ग्रहणियां भी घर पर सब्जियों में टमाटर की जगह आमचूर से ही काम चला रही हैे। वही दुसरी ओर शिमला मिर्च ने भी अपना तीखापन दिखाना शुरू कर दिया है पहले जिसका 20 रूप्ये था अब वही बाजार में 70 से 80 रूप्ये में बिक रही है।
अन्य सब्जियों की बात की जाए तो
सब्जी पहले अब
प्याज 15 25
बैगन 15 30
करेला 20 40
भिंडी 20 40
घीया 15 40
का भाव हो गया है जिसके कारण बाजार में सब्जी क्रेता भी दुकान से मात्र भाव पता करके ही चले जाते है। सब्जीजियों के थोक विक्रेता की माने तो महंगाई की मार फिलहाल अभी नही थमने इसके लिए अभी और इन्तजार करना पड़ेगा।
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