चंडीगढ़: लोकसभा चुनावों के परिणामों को आये दो महीने से ज्यादा हो गए और डेढ़ महीने के अंदर हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए आचार संहिता लग सकती है ऐसे में हरियाणा कांग्रेस अपना संगठन अब तक नहीं तैयार कर सकी जिस वजह से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की निराशा बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के विधायक और पूर्व विधायक भी दुखी हैं। शायद यही वजह है कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अब हाईकमान का इन्तजार नहीं करने वाले हैं। अब हुड्डा हरियाणा की कमान अपने हांथों में लेने के लिए अपनी ताकत दिखाने जा रहे हैं और 18 अगस्त की महारैली इसी बात का उदाहरण है कि हुड्डा अब और इंतजार के मूड में नहीं हैं।
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के विधायकों और पूर्व विधायकों के कहने के बाद हुड्डा ने ये फैसला हुआ है। चार अगस्त को पूरे रदेश के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की बैठक रोहतक में बुलाई गई और और चार अगस्त से ही हुड्डा अपनी रणनीति बनानी शुरू कर देंगे। हुड्डा के इस कदम से हाईकमान भी अब हिलने लगा है और सूत्रों की मानें तो जल्द हाईकमान हरियाणा में संगठन तैयार करने का खाका खींचने वाला है। आने वाला हफ्ता हरियाणा कांग्रेस के लिए काफी खास है और इस एक हफ्ते में कांग्रेस कुछ नया कर सकती है।
18 अगस्त को रोहतक में 'परिवर्तन महारैली' के साथ हरियाणा की भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का शंखनाद होगा। इससे पहले, 4 अगस्त को नयी अनाज मंडी, रोहतक में कार्यकर्ता सम्मेलन में रूपरेखा तैयार होगी। pic.twitter.com/gtdabud1a9— Bhupinder S Hooda (@BhupinderSHooda) July 29, 2019
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