कुरुक्षेत्र 16 जुलाई, राकेश शर्मा: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पर्यावरण और संस्कारों को सुरक्षित रखने के लिए महापुरुषों, दादा-दादी, माता-पिता, गुरजनों और अपने-अपने नाम से कम से कम एक पौधा जरुर लगाना चाहिए। इन पौधों को लगाने से लेकर बड़ा होने तक सुरक्षित भी रखने का संकल्प लेना चाहिए। इस सीजन में पौधागिरी कार्यक्रम के तहत प्रदेश में शिक्षा विभाग व स्थानीय कार्यालय परिसरों में 20 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल मंगलवार को थानेसर अनाज मंडी के प्रांगण मे वन विभाग व प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित राज्यस्तरीय पौधागिरी कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा, विधायक डा. पवन सैनी, चीफ कंज्र्वेटर अतुल श्रीयशकर, जिला परिषद के चेयरमैन गुरदयाल सुनहेड़ी, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, उपायुक्त डा. एसएस फुलिया ने स्कूली विद्यार्थियों को फल और छायादार पौधे वितरित किए और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करीब 2 हजार स्कूली विद्यार्थियों के बीच में पहुंचकर पौधागिरी का संदेश देेने के साथ-साथ कम से कम 3 साल तक पौधे की सुरक्षा करने का संकल्प भी दिलाया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पौधागिरी चेतना रैली को झंडी देकर रवाना किया। इस पौधागिरी चेतना रैली के अंतर्गत कुरुक्षेत्र जिले में स्कूली विद्यार्थियों के माध्यम से 90 हजार पौधे लगाने के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को धरती मां की यही पुकार, बच्चे कम और पेड़ हजार का संदेश देते हुए कहा कि आज पर्यावरण और भूजल स्तर को बचाने के लिए पौधो लगाना बहुत जरुरी है, इसके लिए राज्य सरकार लोगों को खासकर स्कूली बच्चों को कम से कम एक पौधा लगाने के लिए प्रेरित कर रही है। इतना ही नहीं सरकार ने बच्चों के साथ-साथ आमजन को पौधा लगाने हेतु उत्साहित करने के लिए पौधे के साथ सेल्फी को एप पर अपलोड करने का अभियान भी शुरु किया और सेल्फी वाली फोटो को अपलोड करने पर 50 रुपए की राशि प्रोत्साहन के रुप में सरकार की तरफ से दी गई ताकि इस राशि से पौधे को सुरक्षित रखा जा सके। बच्चों के माध्यम से गत वर्ष पौधागिरी कार्यक्रम के तहत 6 से 12वीं कक्षा तक के बच्चों द्वारा 24 लाख पौधे लगवाए गए, लेकिन इसमें से ढाई लाख पौधे ही बड़े हो पाए है। सरकार का प्रयास है कि इस वर्ष 20 लाख पौधे लगाने के लक्ष्य में से अधिक से अधिक पौधों को सुरक्षित रखने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में प्राचीनकाल से ही वृक्षों का बड़ा महत्व रहा है। वृक्ष हमारी धार्मिक आस्था के भी प्रतीक हैं। यही कारण है कि हमारे ऋषि-मुनियों एवं पूर्वजों ने प्राचीन ग्रन्थों में वृक्षों का काफी गुणगान किया है। ऋग्वेद का कथन है कि वृक्ष लगाओ, इनकी सुरक्षा करो, ये जल स्त्रोत की रक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि दस कुओं के बराबर एक बावड़ी होती है, दस बावडिय़ों के बराबर एक तालाब होता है, दस तालाबों के बराबर एक पुत्र है और दस पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता है। वृक्ष कार्बन डाईआक्साइड गैस का जहर पीकर हमारे लिए प्राणवायु ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। वृक्ष ग्लोबल वार्मिंग व जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने और भूमि की उर्वरता को बनाये रखने में सहायक हैं। लेकिन वर्तमान समय में बढ़ती आबादी के कारण पेड़ों को अंधाधुंध काटा गया है। इसलिए हमें जनसंख्या कम करने और अधिक पेड़ लगाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने सभी स्कूली बच्चों से अनुरोध है कि वे बढ़चढ़ कर पौधारोपण कार्यक्रम में भाग लें। यह कार्यक्रम बच्चों के लिए खेल की तरह ही रोमांचक होगा, जिसका फल बच्चों को कुछ ही वर्षो में प्राप्त होने लगेगा। हर बच्चा तीन पौधे लगाये-एक पौधा अपने दादा-दादी या माता-पिता के नाम पर, दूसरा पौधा गुरु के नाम पर और तीसरा पौधा अपने वातावरण के नाम पर। तीन साल तक अपने लगाए गए पौधों की सुरक्षा करते हुए उनकी देख-रेख करे। अध्यापक भी वर्ष में कम से कम एक बार हर बच्चे के पेड़ को देखने उसके घर जाएं। स्कूली बच्चों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे उन द्वारा लगाए गए पौधे का नाम किसी महान व्यक्ति या उनके पूर्वज के नाम पर रखें।
सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा से पौधागिरी कार्यक्रम की शुरुआत करके मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक सराहनीय कदम उठाया है। इस धरा पर अधिक से अधिक पौधे लगाकर जहां पर्यावरण को स्वच्छ बनाया जाएगा, वहीं कुरुक्षेत्र के गिरते भूजल स्तर में भी सुधार सम्भव हो पाएगा। इसलिए सभी बच्चे अधिक से अधिक पौधे लगाकर उनका पालन पोषण करना भी सुनिश्चित करे। विधायक सुभाष सुधा ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि पौधागिरी कार्यक्रम के तहत गत्त वर्ष कुरुक्षेत्र में 1 लाख 10 हजार से ज्यादा पौधे लगाए गए थे और इस बार 90 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अधिकारी, संस्थाएं, विद्यार्थी, शिक्षक सभी मिलकर कार्य करेंगे और कुरुक्षेत्र को ग्रीन बनाने का प्रयास करेंगे। विधायक डा. पवन सैनी ने मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पौधागिरी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन जैनेन्द्र ने किया और वन विभाग की तरफ से शुरुआत समिति के कलाकारों द्वारा पौधागिरी एक संस्कार विषय पर लघु नाटिका प्रस्तुत करके युवाओं को पौधे लगाने के प्रति जागरुक किया।
इस कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा, विधायक डा. पवन सैनी, जिप चेयरमैन गुरदयाल सुनहेड़ी, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर सहित तमाम मेहमानों को तुलसी का पौधा देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी, अतिरिक्त उपायुक्त पार्थ गुप्ता, भाजपा के जिला महामंत्री रविन्द्र सांगवान, सचिन मित्तल, सुशील राणा, एसडीएम संयम गर्ग, एसडीएम अनिल यादव, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, राजीव रंजन, जिला वन अधिकारी विरेन्द्र गिल, जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री, वन अधिकारी शमशेर सिंह, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतनाम भट्टïी सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद थे।
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