फरीदाबाद: पिछले कुछ वर्षों में फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने कई ब्लाइंड मर्डर सुलझाएं हैं और कई ऐसे केस सीआईए ने सुलझाए हैं जिनमे मृतक के हत्यारे का पता लगाना टेढ़ी खीर के समान था। लोकसभा चुनावों के पहले क्राइम ब्रांच के कई इंस्पेक्टर फरीदाबाद से अन्य जिलों में गए लेकिन आज भी इनके कारनामों की चर्चाएं होती रहती हैं और ये अब भी जिस जिले में हैं वहाँ तमाम बड़ी बारदातें जल्द सुलझा रहे हैं।
बहुचर्चित ब्रम्हजीत मर्डर सुलझाने के कारण इंस्पेक्टर सत्येंद्र रावल आज भी फरीदाबाद पुलिस के हीरो के रूप में जाने जाते हैं जबकि इस समय वो गुरुग्राम जिले के सोहना क्राइम ब्रांच के प्रभारी हैं, सीआई डीएलएफ फरीदाबाद के प्रभारी रहे इंस्पेक्टर नवीन पाराशर जो इस समय सीआईए सेक्टर 31 गुरुग्राम के प्रभारी हैं और उन्होंने एक दो नहीं कई ब्लाइंड मर्डर सुलझाए थे और कई बार उन्हें सम्मानित किया जा चुका है।
फरीदाबाद के तमाम ऐसे पुलिस अधिकारी जो जब यहाँ थे तो अच्छा काम कर रहे थे और अब जहाँ हैं तो अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन एक और अच्छे अधिकारी का नाम? लेकिन भाजपा वाले चिढ जायेंगे लेकिन सच बर्दाश्त करें, फरीदाबाद को संदीप मोर जैसे पुलिस अधिकारी भी चाहिए ताकि अपराधियों में दहशत बनी रहे वरना शहर के लगभग आधा दर्जन से बड़े बदमाश शहर में तांडव मचा दिए होते। वर्तमान समय में शहर की कमान क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 के प्रभारी इंस्पेक्टर विमल कुमार के हांथों में है और इंस्पेक्टर विमल कुमार कई पुलिस अधिकारियों से हटकर काम करते हैं। इन्स्पेक्टर विमल कुमार ने शहर के बदमाशों के होश उड़ा रखें हैं।
हरियाणा अब तक को अपने खास सूत्रों से जानकारी मिली है कि विमल फरीदाबाद में बदमाशी नहीं चाहते हैं और उन्होंने कई बड़े गैंग के बदमाशों को सबक भी सिखाया है। आज फरीदाबाद के डेथ वैली में दो शव मिले। सत्येंद्र, नवीन तो गुरुग्राम में हैं, इंस्पेक्टर विमल कुमार जल्द इस मामले की तह तक जाकर एक चौंकाने वाला खुलासा कर सकते हैं लेकिन तब जब उनके हांथों में ये केस सौंपा जायेगा, फरीदाबाद पुलिस ने खूनी झील में दो? मर्डर या आत्महत्या? या? देखें एक और?
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