फरीदाबाद: फर्जी रजिस्ट्री और एक-एक स्टाम्प पेपर से दो-दो रजिस्ट्री करने और करवाने वाले जल्द सलाखों के पीछे होंगे क्यू कि थाना सेन्ट्रल पुलिस ने बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर लिया है। वकील पाराशर ने तीन दिन पहले कोर्ट में याचिका दायर की थी और कोर्ट ने पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश दिए थे। पुलिस ने शिकायत की जांच-पड़ताल कर सोमवार को मामला दर्ज कर लिया। थाना सेन्ट्रल में दर्ज एफआईआर नंबर 327 में आशीष मनचंदा, प्रेम बवेजा, तहसीलदार फरीदाबाद, नगर निगम फरीदाबाद के एनआईटी से सम्बंधित अधिकारी व् अन्य कई अन्य के भी नाम हैं। पराशर ने बताया कि इन लोगों पर 420/467/468/471/409/120बी, 217,218,219 भा0द0सं0 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
वकील पाराशर ने कहा कि इन लोगों ने हरियाणा सरकार को कई करोड़ का चूना लगाया है। ये पूरा एक गिरोह है जो गलत तरीके से नगर निगम अधिकारियों से मिलकर काप्लीशन लेता है। एक एक स्टाम्प पेपर पर दो- दो रजिस्ट्री करवाता है। पराशर ने कहा इन लोगों के अलांवा एक और याचिका मैंने दायर की है जिसमे आषीश मनचन्दा, पार्टनर मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद, वरूण मनचन्दा, पार्टनर, मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद, दीपक विरमानी, पार्टनर मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद , सुर्दषन मनचन्दा, खरीदार मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद -श्रीमती साधना, खरीदार मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद, -तहसीलदार बडखल तहसील, जिला फरीदाबाद ,नगर निगम एन.आई.टी.फरीदाबाद संबंधित अधिकारी व अन्य लोगो के नाम हैं जिसकी सुनवाई 4 जून को है और इन पर भी एफआईआर दर्ज करवाऊंगा।
वकील पाराशर ने बताया कि ये पूरा गैंग शहर में बड़े-बड़े घोटाला करता है और अगर गिरफ्तारी के बाद इनसे ठीक से पूंछतांछ की जाएगी तो ये तेलगी से बड़ा घोटाला साबित होगा। पाराशर ने बताया कि कई महीने पहले मैंने खुलासा किया था कि इस गैंग के लोगों ने एक स्टाम्प से दो रजिस्ट्री करवाई थी। वो रजिस्ट्री इनका इकलौता कारनामा नहीं था। इनके एक और कारनामें के कागजात आज सोमवार 3 जून को मुझे मिले हैं जिनमे इस गैंग के कुछ लोगों ने एक और स्टाम्प पेपर दो बार रजिस्ट्री हुई है। उन्होंने कहा कि स्टाम्प पेपर नंबर EOP 2016 E 300 से पहली रजिस्ट्री में गगनदीप सिंह ने प्रियंका कुमारी के नाम रजिस्ट्री की उसके बाद इसी स्टाम्प पेपर EOP 2016 E 300 से बीपीटीपी पार्क लैंड ने किसी राजकुमार के नाम पर रजिस्ट्री की। वकील पाराशर ने बताया कि दोनों रजिस्ट्री में ये एक ही स्टैम्प का प्रयोग किया गया। उन्होंने बताया कि इस स्टाम्प पेपर से एक रजिस्ट्री 16 मई 2016 हुई थी जबकि दूसरी रजिस्ट्री 4 जुलाई 2018 को हुई थी। दोनों रजिस्ट्री में EOP 2016 E 300 स्टांप पेपर लगा है। उन्होंने बताया कि ये स्टाम्प डेढ़ लाख रूपये का खरीदा गया था और इसी स्टाम्प से दोनों रजिस्ट्री हुई हैं।
पाराशर ने कहा कि इसके पहले मैंने जो खुलासा किया था उसमे शशि बाला निवासी मकान नंबर 452 सेक्टर 37 फरीदाबाद ने अपना प्लाट रमेश गोस्वामी निवासी गांधी नगर दिल्ली को बेंचा और इस खरीद फरोख्त में 3 लाख 43 हजार रूपये का स्टैंप पेपर खरीदा गया जिसका नमबर 19433484 था। इसके 8 महीने बाद आशीष मनचंदा निवासी विकासपुरी नई दिल्ली ने अपना प्लाट कपिल गुप्ता निवासी सफीदों जिला जींद को बेंचा। इसका स्टैंप पेपर नंबर भी 19433484 है जो आठ महीने पहले की खरीद फरोख्त का स्टैंप नंबर था।
वकील पाराशर ने कहा कि एक ही नंबर के स्टाम्प पेपर को दो तरह की खरीद फरोख्त में प्रयोग किया गया जो तहसीलदारों का एक बड़ा घोटाला है। उन्होंने कहा कि इन्ही घोटालेबाजों के खिलाफ मैंने कोर्ट में याचिका दायर की थी जिसके बाद आज सेन्ट्रल थाने में इस गैंग के कुछ लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई और कुछ लोगों पर जल्द दर्ज हो सकती है। वकील पाराशर ने कहा कि इन लोगों की जगह जेल में है और जल्द पूरा गैंग जेल में होगा। उन्होंने कहा कि इन्होने जिन तहसीलदारों और नगर निगम अधिकारियों की मिलीभगत ने ये गड़बड़झाला किया था अब जल्द वो सभी अधिकारी भी जेल में होंगे।
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