फरीदाबाद: कोट गांव के पास अरावली क्षेत्र में जिन दो लोगों ने पहाड़ घोटाला किया है उनका नाम प्रवीण शर्मा और कृष्णवीर शर्मा है और इन्ही दोनों डीलरों ने फर्जी जीपीए करवाकर सैकड़ों एकड़ जमीन खरीदी है। इन दोनों डीलरों के खिलाफ अब मैं कोर्ट में याचिका दायर करूंगा क्यू कि इनके खिलाफ मैंने कई बार सीएम एवं अन्य अधिकारियों को पत्र लिखा लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर का जिन्होंने दावा किया है कि कोट गांव के पास के पहाड़ की जमीन के खरीद फरोख्त की मेरे पास 100 से ज्यादा जीपीए हैं जिनमे अधिकतर फर्जी हैं। पाराशर ने कहा कि ये जीपीए यूपी, हरियाणा, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पंजाब जैसे राज्यों से करवाई गई हैं और परवीन शर्मा और कृष्णबीर शर्मा ने इनमे से अधिकतर जीपीए करवाई हैं।
पाराशर ने कहा कि अरावली के पास बसे कोट गांव के लोगों ने उन्हें बताया कि परवीन शर्मा और कृष्णवीर किसी बाबा रामदेव के लिए जमीन खरीदते हैं और अब तक सैकड़ों एकड़ जमीन खरीद चुके हैं। पाराशर ने कहा कि इन दोनों ने इतनी जमीन कैसे खरीदी। कहाँ से आया इनके पास इतना पैसा और इन दोनों से जमीन किसने खरीदी और जिसने इन दोनों से जमीन खरीदी क्या उसने काले धन का इस्तेमाल किया है। पराशर ने कहा पहाड़ की ये जमीन अधिकतर फर्जी जीपीए से खरीदी गई है।
पाराशर ने कहा कि हो सकता है इस घोटाले में सरकार मिलीभगत हो तभी अब तक इन लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अब मीडिया ने खुलासा किया है कि पतंजलि समूह ने हरियाणा के फरीदाबाद में अरावली क्षेत्र में 400 एकड़ से ज्यादा की जमीन का अधिग्रहण किया है। जो वन भूमि का क्षेत्र है, लेकिन पतंजलि ग्रुप ने यहां की जमीन अधिग्रहित कर ली है।
पाराशर ने कहा कि इस भूमि का लेन-देन 2014 से 2016 के दौरान हुआ और कृष्णवीर शर्मा और परवीन शर्मा ने ही पतंजलि के लिए जमीन खरीदी थी। उन्होंने कहा कि सरकार की मिलीभगत न होती तो पतंजलि ये जमीन खरीदने में कामयाब न होती। उन्होंने कहा कि कृष्णवीर शर्मा, परवीन शर्मा ने ही ये सारा गड़बड़झाला किया है और इस गड़बड़झाले के मेरे पास कागजात हैं। अब मैं कोर्ट में इन दोनों के खिलाफ मामला मामला दर्ज करवाऊंगा। पाराशर ने कहा कि अगर इन दोनों से पूंछतांछ की जाएगी तो कई अन्य लोग बेनकाब हो जाएंगे। पाराशर ने कहा कि इन दोनों पर मामला दर्ज करवा मैं मांग करूंगा कि इन दोनों से जिसने जमीन खरीदी है उसकी भी जांच की जाए। पाराशर ने कहा कि निष्पक्ष जांच की जाएगी तो बहुत बड़ा घोटाला उजागर होगा और संभव है कालेधन पर आवाज उठाने वाले खुद कालेधन से जमीन खरीदने के आरोप में जेल चले जाएंगे।
कुछ संलग्न हैं जो कई अलग अलग राज्यों से हैं और इनमे अधिकतर फर्जी हैं
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