पलवल, 21 जून। भारतीय वायु सेना के एएन-32 विमान के अरूणाचल के सियांग जिले में हुए हादसे में मारे गए फ्लाइट लेफ्टिनेंट आशीष तंवर का गांव दीघोट में सैनिक व राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके पिता सूबेदार मेजर (सेवानिवृत) राधेलाल तंवर ने मुखाग्नि दी तथा क्षेत्र के हजारों लोगों ने आशीष तंवर अमर रहे, के नारों के साथ उन्हें अश्रुपूर्ण विदाई दी।
इससे पहले शुक्रवार को आशीष तंवर का पार्थिव शरीर पालम एयरपोर्ट से पलवल सेक्टर-2 स्थित उनके निवास पर लाया गया। इसके बाद पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव दीघोट ले जाया गया, जहां उनकी माता सरोज, पिता राधेलाल तंवर, धर्मपत्नी फ्लाइट लेफ्टिनेंट संध्या सोलंकी, बहन स्कवॉड्रन लीडर अंजुला तंवर, बहनोई स्कवॉड्रन लीडर विनोद कुमार, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव दीपक मंगला, विधायक उदयभान, उपायुक्त यशपाल, हैफेड के चेयरमैन सुभाष कत्याल सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले फ्लाइट लेफ्टिनेंट आशीष तंवर का पार्थिव शरीर जब हुडा सेक्टर स्थित उनके निवास पर तिरंगे में लिपटे ताबूत में लाया गया तो भारत माता की जय, आशीष तंवर अमर रहे, के जयकारों से आसमान गूंज उठा। इस दौरान तिरंगों को थामे अनेक युवा उनकी अगवानी कर रहे थे। जब पार्थिव शरीर को पलवल से दीघोट ले जाया गया तो रास्ते में जगह-जगह लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि आशीष तंवर ने बहुत कम उम्र में ही देश के लिए बलिदान दिया है। परिवार को यह असहनीय दुख निसंदेह भारी है। लेकिन परमात्मा की करनी के आगे सभी नतमस्तक हैं। इस दुख की घड़ी में सरकार परिजनों के साथ है। आशीष एक होनहार युवा था, जिसने बहुत छोटी सी उम्र में अपनी प्रतिभा के बल पर यह मुकाम हासिल किया था। ऐसे होनहार युवा की अचानक मृत्यु से देश व प्रदेश को जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई करना मुश्किल है। मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव दीपक मंगला, हैफेड के चेयरमैन सुभाष कत्याल व उपायुक्त यशपाल ने भी अशीष तंवर की मृत्यु को अविस्मरणीय क्षति बताया।
बता दें कि इंडियन एयरपोर्स के एएन-32 विमान ने असम के जोरहाट से अरूणाचल के मेंचुका के लिए तीन जून को उड़ान भरी थी, जिसका करीब आधे घंटे बाद ही संपर्क टूट गया था। विमान में पलवल निवासी आशीष तंवर सहित 13 जवान सवार थे। 13 जून को सर्च अभियान दल ने विमान तक पहुंचकर सभी 13 जवानों की मृत्यु होने की पुष्टि कर दी थी। इस अंतिम संस्कार में जिला परिषद की चेयरपर्सन चमेली देवी, पूर्व मंत्री हर्ष कुमार, पूर्व मंत्री जगदीश नायर, पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनियां, एसडीएम जितेंद्र कुमार, एयरफोर्स के फरीदाबाद नियुक्त मुख्य प्रशासनिक अधिकारी जेपीएस चौहान, जिला सैनिक बोर्ड के सचिव केके यादव, पूर्व विधायक रामरत्न भाजपा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह सौरोत सहित जिले के अनेक गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
Post A Comment:
0 comments: