फरीदाबाद: शहर की जनता के लिए सड़क भी जरूरी है और प्रदूषण से बचने के लिए पेड़ भी जरूरी हैं। कभी-कभी कुछ अधिकारी लापरवाही करते हैं और सड़क या अन्य सरकारी निर्माण स्थलों पर सालों से खड़े हरे भरे पेड़ काट दिए जाते हैं जबकि कई वर्षों से कई जगहों पर बड़े-बड़े पेड़ ट्रांसप्लांट किये जा चुके हैं। थोड़ी से मेहनत के बाद पुराने पेड़ को आसानी से उखाड़कर शिफ्ट किया जा सकता है। ओल्ड फरीदाबाद की एक सड़क का चौड़ीकरण किया जा रहा है। इस रास्ते में कई पुराने पेड़ आ रहे हैं। लगभग आधा दर्जन हरे पेड़ काटे जाने के बाद शहर के कुछ समाजसेवियों ने रोड निर्माण में लगे अधिकारियों पर सवाल उठाया जिसके बाद अधिकारियों की नींद खुली और अब इस रास्ते में खड़े कई पेड़ों की जिंदगी बच जाएगी। सभी पेड़ उखाड़कर उचित स्थान पर लगाए जाएंगे।
बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर ने इसे बहुत अच्छा कदम बताया है। मौके पर पहुंचे पाराशर ने कहा कि इस रास्ते में लगभग 112 पेड़ आ रहे हैं जो कई-कई दशक पुराने हैं और अब इन सभी पेड़ों को यहाँ से शिफ्ट किया जायेगा। पाराशर ने बताया कि दिल्ली की हरियाली कंपनी इन पेड़ों को दूसरी जगह शिफ्ट करेगी। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में कहीं भी कोई सरकारी निर्माण हो और वहां पेड़ हों तो उनसे उस जगह से उखाड़कर दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए।
वकील पाराशर ने कहा कि पेड़ हमारे जीवन के लिए उतने ही महत्वपूर्ण है जितनी की हमारी साँसे। इन पेड़ो का मानव के ही नहीं बल्कि जीव-जन्तुओ के जीवन में भी प्रभाव पड़ता है। इन पेड़ो से सब जीवित प्राणी और पशु-पक्षियों को ऑक्सीजन प्रदान करते है। इन पेड़ो से हमारा वातावरण हरा-भरा रहता है। इन पेड़ो के बहुत उपयोग है। ये पेड़ वर्षा का भी कारण बनते है और ये सुखा और बाढ़ रोकने में भी मदद करते है।
इस पेड़ो से हमे कई तरह के पर्दाथ मिलते है जैसे की रबड़, पुस्तुको के कागज,गोंद, दातुन आदि । इन पेड़ो से हमे कई तरह की जड़ी-बूटियाँ भी मिलती है जो हमारी बिमारियों के लिए उपयोग में आती है । ये पेड़-पौधे जानवरो और छोटे जीवो के लिए घर का काम भी करते है। इन पेड़ो के उपयोगो को दखते हुए हम कह सकते है की यह हमारे जीवन के लिए अमूल्य है और इनका मूल्य हम आंक नही सकते। इन सब उपयोगो को जानते हुए भी आज के समय में हम इन पेड़ो का मूल्य भूलते जा रहे है । हम दिन-प्रतिदिन इन पेड़ो को काटते जा रहे है।
वकील पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद में पेड़ो के कटते रहने से यहाँ के लाखों लोगों के जीवन में बहुत दुर्प्रभाव पड रहा है। इन पेड़ो के कम होते जाने के कारण मौसम वातावरण में बहुत बदलाव आया है। शहर में कई बार प्रदूषण ने रिकार्ड तोडा और गर्मी भी रिकार्ड तोड़ रही है। उन्होंने कहा कि एक पौंधे को पेड़ बनाने के लिए बच्चों जैसी उसकी देखभाल करनी पड़ती है तब जाकर वो पेड़ बनता है इसलिए हमें पेड़ों को बचाने के लिए अपनी तरफ से पूरा प्रयास करना चाहिए।
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