कुरुक्षेत्र 15 जून राकेश शर्मा: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम डा. कविता काम्बोज ने कहा कि डीएलएसए ने समाज सेवी संस्था और बाल कल्याण परिषद के सहयोग से जिला कुरुक्षेत्र में बाल मजदूरी पर शिकंजा कसने का प्रयास किया है। इसके लिए शहर में मानवता बेचने के लिए नहीं है नामक अभियान चलाया और इस अभियान के दौरान 20 से ज्यादा दुकानों को चैक किया गया। इनमें से 3 दुकानों पर 4 बाल मजदूरों को मुक्त करवाया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम डा. कविता काम्बोज ने जारी एक प्रेस विज्ञिप्त में कहा कि डीएलएसए कुरुक्षेत्र द्वारा तस्करी और वाणिज्यिक यौन शोषण के पीडि़तों के लिए मानवता बिक्री के लिए नहीं है नामक एक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले में बच्चों का यौन शोषण करने व बाल मजदूरी करवाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला बाल कल्याण समिति की एक टीम का गठन भी किया गया है। इस टीम में पैनल के अधिवक्ताओं व पैरा लीगल वालंटियर्स की डयूटी लगाई गई है। इसी कड़ी में इस टीम द्वारा जिले में एक एनजीओ द्वारा चलाए जा रहे अभियान बचपन बचाओ आंदोलन के तहत जिला कुरुक्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर खोजबीन की गई और 3 दुकानों पर 4 नाबालिग बच्चों को बाल श्रम करते पाया गया।
उन्होंने कहा कि टीम ने सन्नी स्वीट हाऊस के मालिक सन्नी की दुकान से विशाल और संदीप, कुरुक्षेत्र मैचिंग सैंटर के मालिक राजेश की दुकान से साहिल और लोहर की दुकान करने वाले सुनील की दुकान से अमन को बाल श्रम से मुक्त करवाया। इसके बाद पुनित ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस ने धारा 534, 536 व 535 के तहत तीन एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने कहा कि कमेटी के सदस्यों द्वारा इन बच्चों की काउंसलिंग के लिए इन्हें बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है और सम्बन्धित दुकानदार के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम के तहत सिटी थाने में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है।
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