चंडीगढ़: इनेलो में टूटफूट के बाद दुष्यंत चौटाला ने नई पार्टी बनाई और एक समय ऐसा भी था जब हरियाणा के युवा दुष्यंत के साथ दिखे थे। तमाम इनेलो नेता दुष्यंत की जजपा में शामिल हो गए थे। जींद उप चुनावों में जजपा को काफी वोट मिले थे लेकिन लोकसभा चुनावों में सारा गुड़ गोबर हो गया और कई जगहों पर जमानत जब्त हो गई। लोकसभा चुनावों में हार के बाद दुष्यंत चौटाला भी ठीकरा किसी और पर फोड़ रहे हैं जबकि गलती उन्होंने की थी जबसे उन्होंने टुकड़े गैंग की समर्थक पार्टी से समझौता किया तभी से उनका ग्राफ गिरने लगा और जो हाल टुकड़े गैंग की समर्थक पार्टी का हुआ वही दुष्यंत चौटाला की जजपा का हुआ। दिल्ली में आम आदमी पार्टी कोई सीट नहीं जीत पाई और हरियाणा में जजपा-आप के गठबंधन को भी जनता ने नकार दिया।
अब दुष्यंत चौटाला का कहना है कि ईवीएम में उनकी पार्टी जजपा का चुनाव चिन्ह धुंधला था इसलिए जनता को दिखाई नहीं दिया। दुष्यंत चौटाला अब चप्पल बदलने की तैयारी में जुट गए हैं। जजपा की कल एक बैठक हुई। इसमें पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह के अलावा सभी जिलाध्यक्ष व विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रदेश व जिला पदाधिकारी मौजूद रहे। मोटे तौर पर सभी की एक ही राय थी कि चप्पल की जगह नया चुनाव-चिह्न होना चाहिए। जजपा अब नये चुनाव-चिह्न की तलाश में है। इसके लिए बाकायदा चुनाव आयोग को लिखित में आग्रह किया जाएगा ताकि उनके चुनाव-चिह्न को बदला जा सके। बहुत संभव है कि विधानसभा चुनाव में जजपा नये निशान के साथ मैदान में उतरे।
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