चंडीगढ़: स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कांग्रेस राष्ट्रीय नेतृत्व को चेताया कि यदि उसने हरियाणा कांग्रेस संगठन के संदर्भ में जो भी निर्णय करना है, वह जल्दी नही लिया तो अक्टूबर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना तय है। साथ में हरियाणा में कांग्रेस की स्थिति उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्रप्रदेश जैसी बन जायेगी। विद्रोही ने कहा कि प्रदेश में संगठन में असमंजस की स्थिति, नेताओं की गुटबाजी, निजी स्वार्थो व महत्वकांक्षाओं का दुष्परिणाम कांग्रेस लोकसभा चुनाव में पहले ही भुगत चुकी है और लगता है कि हरियाणा कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा चुनाव में मिली शर्मनाक हार से कोई सबक सिखने की बजाय तय कर लिया है कि वे हरियाणा में कांग्रेस को जड़मूल से उखाडक़र ही दम लेंगे।
कांग्रेस राष्ट्रीय नेतृत्व को जो भी निर्णय लेना है, वह जल्द से जल्द ले। सब नेताओं को खुश करने के चक्कर में निर्णय लेने में कांग्रेस जितनी देरीे करेगी, उतना ही वह पार्टी के लिए घातक होगा। विद्रोही ने कहा कि गुटबाज नेताओं को साफ संदेश दे देना चाहिए कि जो पार्टी में रहना चाहे रहे और जो पार्टी लाईन टो नही करना चाहते है वे कांग्रेस छोड़ दे। जब तक कांग्रेस नेतृत्व ऐसा दो टूक निर्णय नही लेता है, तब तक हरियाणा में कांग्रेस के मजबूत होने की कोई संभावना नही। विद्रोही ने कहा कि कभी निर्णय न करना, यथास्थिति बनाये रखना कांग्रेस के लिए लाभदायक रहता रहा होगा, लेकिन आज निर्णय न लेना ही कांग्रेस के कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण बन गया है।
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