चंडीगढ़: रोहतक जेल में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम की पेरोल के मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल विपक्ष के निशाने पर हैं। इस मुद्द्दे पर मीडिया से सीएम से उनकी राय ली तो सीएम ने कहा कि पेरोल माँगना हर कैदी का हक़ है। मगर उसे पैरोल दी जा सकती है या नहीं यह एक बड़ी प्रक्रिया है। इसमें सरकार कुछ नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा जनहित में फैसला करती है और इस मुद्दे से सरकार का कोई संबंध नहीं है। यह एक प्रशासनिक और कानूनी प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा वही निर्णय लेती है है जो प्रदेश हित में होता है।
आपको बता दें कि साध्वियों से दुष्मर्म केस में सजा काट रहे बाबा ने खेती करने के लिए 42 दिन की पेरोल माँगा और जेल मंत्री केएल पंवार ने राम रहीम का आचरण सही बताया और हरियाणा के केबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी बाबा की पेरोल को उचित बताया जिसके बाद विपक्ष सरकार को घेरने लगा। हालांकि पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा इस मामले पर फूंक-फूंक कर कदम रख रहे है। उन्होंने इस मामले पर कोई खास प्रतिक्रया नहीं दी।
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