नई दिल्ली: अगर आप कई दिनों से दूसरे शहर में नहीं गए हैं और अचानक आपके घर किसी दूसरे शहर की ट्रैफिक पुलिस आपके घर चालान भेज दे तो आपको हैरानी जरूर होगी। नॉएडा की एक कंपनी में काम करने दिल्ली निवासी राजीव वत्स उस समय अपना सिर खुजलाने लगे जब गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस ने उनके पास 1100 रूपये का चालान भेज दिया और कहा गया कि दो जून को उनकी कार इंदिरापुरम में नो पार्किंग जोन में खड़ी थी। और कार का बीमा भी नहीं था। चालान देख वत्स इसलिए हैरान हो गए क्यू कि दो जून को वो गाजियाबाद गए ही नहीं थे। उनकी कार उस दिन नोयडा में ही थी।
चालान मिलने के बाद राजीव वत्स सीओ ट्रैफिक के पास पहुंचे और उन्होंने कार के बीमे का पेपर दिखाया और बताया कि मेरी कार उस दिन गाजियाबाद आई ही नहीं थी और ये चालान गलत है। इस पर ट्रैफिक पुलिस ने उनसे माफी माँगी और कहा कि ये चालान गलत हो गया है, गलत नंबर डल गया और बीमे का चालान हटा दिया लेकिन कहा कि कम से कम 200 रूपये का चालान तो दे ही दें। बेचारे राजीव वत्स पुलिसवालों को 200 रूपये देकर सिर खुजलाते अपने घर चले गए।
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