फरीदाबाद: शहर के हार्डवेयर चौक के पास नगर निगम ने कई वर्षों पुराने अतिक्रमण को पूरी तरह से साफ़ कर दिया। लगभग 30 वर्षों से सड़क के किनारे आशियाना बनाकर रह रहे गाड़िया लोहारों को वहाँ से हटा दिया गया। बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर ने कहा कि नगर निगम ने इस रोड से अतिक्रमण हटाकर अच्छा काम किया है लेकिन उन्होंने नगर निगम पर सवाल उठाते हुए कहा कि निगम अधिकारी गरीबों पर ही अपनी ताकत का इस्तेमाल क्यू करते हैं।
वकील पाराशर ने कहा कि अरावली पर लगभग देश फ़ार्म हाउस अवैध रूप से बने हैं उन्हें कब तोडा जायेगा। पाराशर ने कहा कि नगर निगम के अधिकारी दो साल से कह रहे हैं कि अरावली के अवैध फ़ार्म हाउस ढहाए जाएंगे लेकिन कार्यवाही के नाम पर पांच फ़ीट की दीवार गिरा कर चले आते हैं। पाराशर ने कहा कि हार्डवेयर चौक के पास बैठे गाड़िया लोहार वहाँ 30 साल से ज्यादा समय से रह रहे थे इसलिए उन्हें कहीं बसाने का भी इंतजाम किया जाना चाहिए। पाराशर ने कहा कि शहर में जहाँ भी अवैध कब्जे और अवैध अतिक्रमण हैं सब को ध्वश्त किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नगर निगम अगर पक्षपात नहीं करता तो अभी तक अरावली के अवैध फ़ार्म हाउस ध्वश्त कर देता लेकिन लगता है वहां से चढ़ावा चढ़ा दिया जाता है और निगम अधिकारी खामोश हो जाते हैं। पाराशर ने कहा कि अरावली पर अवैध फ़ार्म हाउसों के कारण कई तरह का प्रदूषण फैलता है। वहां पूरी रात्रि जमकर आतिशबाजी होती है। डीजे बजते हैं और सूरजकुंड रोड पर जाम की स्थिति बन जाती है लेकिन नगर निगम को ये सब नहीं दिखाई पड़ता। उन्होंने कहा कि नगर निगम को गरीब झुग्गी-झोपड़ी वाले ही दिखाई पड़ते हैं। पराशर ने कहा कि जिस शहर को सुंदर बनाने के लिए अवैध अतिक्रमण हटाया जानता बहुत जरूरी है उसी तरह शहर को प्रदूषण से बचाने के लिए अरावली के सभी अवैध फ़ार्म हाउस भी तोड़े जाने जरूरी है। पराशर ने कहा कि अरावली पर बड़े लोगों के फ़ार्म हाउस हैं जिनमे कई नेता भी हैं इसलिए नगर निगम अवैध फ़ार्म हाउसों को नहीं तोड़ता।
Post A Comment:
0 comments: