फरीदाबाद: शहर के लोग अब भी बिजली-पानी की समस्या से बेहाल हैं। लगभग 8 बजे ये खबर लिख रहा हूँ और इस समय भी एनआईटी क्षेत्र के कई जगहों पर बिजली गुल है। बड़खल से भी यही खबर आ रही है जहाँ आज भी लोग बूँद-बूँद पानी और बिजली के लिए तरसते रहे। बड़खल के एसजीएम नगर में रहने वाले अमित कुमार ने आज फिर सीएम मनोहर लाल से गुहार लगाईं है कि मुख्य्मंत्री महोदय इन समस्याओं के कारण एक तरह से महिलाओं का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है।
Sir, I am a resident of SGM Nagar NIT FBD, gali 17. We are facing water crisis in this area which is now increasing day by day causing mental harassment to the ladies in our area.
— Amit Kumar (@AmitKum17110164) June 2, 2019
अमित कुमार का ने कल ही बताया था कि एसजीएम नगर की महिलाएं एक तरह से पागल होती जा रहीं हैं। रात में सोते वक्त चिल्लाती हैं कि आ गई, बिजली, आ गया पानी, कुल मिलकर बड़खल के कई क्षेत्रों का बुरा हाल है। लोग इंतजार कर रहे हैं कि जल्द विधानसभा चुनाव हो और स्थानीय विधायिका सीमा त्रिखा को सबक सिखाया जाए अगर उन्हें भाजपा टिकट देती है तो?
Aa Gaye ache din.Na bijli mile na Pani.
— Amit Kumar (@AmitKum17110164) June 2, 2019
बड़खल की बात करें तो आज शहर का पारा 46 डिग्री के आस पास था और यहाँ के लोग बिजली पानी के लिए तरस रहे थे लेकिन तीन नंबर मस्जिद से मुल्ला होटल के तरह जाने वाली सड़क पर अगर कोई पहली बार गया तो उसे लगा कि आज फरीदाबाद में जमकर बारिश हुई है। इस सड़क पर काफी दूर तक पानी भरा है और अनजान लोग अगर इस सड़क से आ जा रहे हैं तो उन्हें लगता है कि फरीदाबाद में मूसलाधार बारिश हुई है। असलियत फरीदाबाद की जनता को पता है कि यहाँ एक बूँद भी बारिश नहीं हुई है बल्कि आसमान से आग की बारिश हो रही है।
इस सड़क पर इतना पानी क्यू भरा है। ये स्मार्ट सिटी की प्रमुख सड़क है। किसकी गलती है? नगर निगम या विधायिका की गलती से सड़क गंदे पानी की झील बन गई है। दोनों में से एक की कमी तो जरूर है। नगर निगम यहाँ का नाला नहीं साफ़ कर पा रहा है तो उसकी गलती है और विधायिका अगर नगर निगम वालों से नाला नहीं साफ़ करवा पा रहीं हैं तो उनकी भी गलती है। यहाँ आवाजाही के लिए एक तरफ की सड़क बिलकुल बंद है और यहाँ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। आये दिन ये सड़क गंदे पानी की झील बन जाती है। समस्या पुरानी है लेकिन शायद विधायिका की आँख पर सत्ता की पट्टी बंधी है। उन्हें कुछ नहीं दिखाई दे रहा है। सड़क पर आने जाने वाले लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , मुख्य्मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद कृष्णपाल गुर्जर को इसका जिम्मेदार बता रहे हैं जबकि कमी स्थानीय विधायिका की है और नगर निगम के कामचोर भी इसके जिम्मेदार हैं। विधायिका सीमा त्रिखा अब एक बड़खल झील में एक बूँद पानी नहीं भरवा सकीं, हाँ ये सड़क हमेशा गंदे पानी से लबालब करवाती रहती हैं ताकि बड़खल के लोगों को झील की कमी का एहसास न हो सके।
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