फरीदाबाद: हरियाणा भाजपा ने मिशन 150 शुरू किया है और विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू हो गई है। फरीदाबाद जिले की 6 विधानसभा सीटों पर भी संभावित उम्मीदवारों ने तैयारी शुरू कर दी है। 23 मई के बाद तमाम नेता जमीन पर दिखेंगे। चार महीने बाद चुनाव है और मानसून इसी दौरान आएगा और लगभग डेढ़ माह नेता प्रचार नहीं कर सकेंगे क्यू कि नेताओं ने फरीदाबाद को इस लायक नहीं बनाया है कि यहाँ की सड़कें आधे घंटे की बारिश झेल सकें। मानसून आएगा, बारिश होगी, सड़कें तालाब बन जाएंगी ऐसे में सत्ताधारी नेता तो तालाब में शायद ही उतरें, विपक्षी जरूर पानी में खड़े होकर शोर मचा सकते है। सभी विधानसभा क्षेत्रों का यही हाल है।
2014 की बात करें तो एनआईटी 86 विधानसभा क्षेत्र सबसे ज्यादा पिछड़ गया। सबसे कम विकास कार्य इसी विधानसभा क्षेत्र में हुए हैं। यहाँ से इनेलो के नगेन्द्र भड़ाना विधायक बने थे जिन्होंने भाजपा का मंच अपना लिया लेकिन विकास कार्य उम्मीद के मुताबिक़ नहीं करवा पाए। पृथला में भी भाजपा का विधायक नहीं था लेकिन वहां के विधायक टेकचंद शर्मा का दावा है कि हमने पृथला में 2500 करोड़ रूपये से ज्यादा के विकास कार्य करवाए हैं और लिखित में इसकी पूरी जानकारी दे सकता हूँ। एनआईटी की बात करें हो यहाँ 200 करोड़ के विकास कार्य शायद ही हुए हों। जमीन पर कोई विकास कार्य नहीं दिखा। कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं आया। आधी सड़कें खस्ताहाल हैं। क्षेत्र में अब भी लोगों को बिजली कट बेहाल करता है। कहीं सड़क है तो सीवर नहीं तो कहीं सीवर है तो सड़क नहीं। एक पाठक ने अभी एनआईटी का ये वीडियो हरियाणा अब तक के पास भेजा है देखें , खबर आगे जारी है
यहाँ गोलमाल भी बहुत हुआ है। हाल में हमने लेजर वैली पार्क का एक उठाया था जहाँ नगर निगम ने मरम्मत के लिए तीन करोड़ रूपये खर्च करने का दावा किया और एक ईंट भी पार्क में नहीं लगी। तीन करोड़ शायद किसी ने डकार लिया। ऐसे न जाने कहाँ-कहाँ पैसे डकारे गए हैं। जो विकास कार्य हो भी रहे हैं उनकी रफ़्तार बहुत धीमी है। कुछ पार्षदों पर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की मेहरबानी न होती तो क्षेत्र का हाल और बेहाल हो गया होता। कई पार्षद कृष्णपाल के एमपी फंड से काफी पैसा लाये और अपने वार्डों में विकास करवाया।
2500 करोड़ और 200 करोड़ में जमीन आसमान का अंतर है। टेकचंद शर्मा न जाने कैसे इतने पैसे विकास के लिए उठा लाये और नगेंद्र भड़ाना कहाँ चूक गए ये तो वही जानते होंगे। दोनों विधायक भाजपा के नहीं हैं और दोनों विधायक भाजपा को समर्थन दे रहे हैं। चार महीने बाद चुनाव हैं और इस क्षेत्र के नेता लगभग दो महीने प्रचार नहीं कर सकेंगे क्यू कि क्षेत्र में कालोनियां ज्यादा हैं और अगर एक घंटे बारिश हो जाये तो कई कालोनियों की सड़कें कई-कई दिन तक तालाब बनीं रहती हैं। वैसे नेताओं के लिए एक खुशखबरी ये है कि इस बार सामान्य से कम बारिश हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो उन्हें तालाब में नहीं कूदना पड़ेगा। एक और वीडिओ देखें नगला का क्या हाल है वार्ड 6 का है ये वीडियो
एनआईटी 86 की बात करें तो पूर्व मंत्री स्वर्गीय पंडित शिव चरण लाल शर्मा के पुत्र मुनेश शर्मा का दावा है कि 2009 से लेकर 2014 के बीच मेरे स्वर्गीय पिता ने इस क्षेत्र में 600-से 700 करोड़ रूपये के विकास कार्य करवाए थे। अस्पताल, कालेज और लेजर वैली पार्क सहित कई छोटे पार्क बनवाये थे और क्षेत्र की 90 फीसदी सड़कें बनवाई थी जिसके वर्तमान विधायक मरम्मत तक नहीं करवा सके। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा का हाल देखकर अब मुझे बहुत दुःख होता है। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र आगे की तरफ बढ़ रहा है लेकिन एनआईटी फिर बहुत पिछड़ गया।
सितम्बर अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। नगेंद्र भड़ाना भाजपा की टिकट लाने का प्रयास करेंगे लेकिन इस बार उनकी राह आसान नहीं है। कई जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ेगा। अगर वो भाजपा की टिकट लाते है तो स्थानीय भाजपा नेता शायद ही उनका साथ दें।
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