नई दिल्ली: बड़े से बड़े पेड़ 90 किलोमीटर प्रति घंटे से चलने वाली हवाओं से गिर जाते हैं। ओडिशा में आया फोनी तूफ़ान जिसकी रफ़्तार 240 किलोमीटर तक बताई जा रही है। आप समझ सकते हैं कि कितना विनाशकारी होगा और इस समय हवाओं की रफ़्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की है और ताजा जानकारी के मुताबिक़ बड़े-बड़े पेड़ और झोपड़ियां धराशाई होने लगी है। तेज बारिश के साथ तेज तूफ़ान कहर मचाने लगा है। तूफ़ान की रफ़्तार अगर 240 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँची तो ओडिशा को बहुत बड़ा जख्म दे सकता है। कई जगहों पर तूफ़ान की रफ़्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटा पहुँच गई है। तूफ़ान बड़ी तवाही मचा सकता है जिसे देख 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहले ही पहुंचा दिया गया है।
ऐसे तूफ़ान मानसून के बाद आते थे लेकिन इस बार ये तूफ़ान इस समय आया है। गर्मियों में इस तरह के तूफ़ान बहुत कम आते हैं। पिछले तीन दशकों में पूर्वी तटों से टकराने वाला यह चौथा सबसे खतरनाक चक्रवात है। ओडिशा ने इससे पहले जिन भयानक चक्रवाती तूफानों का सामना किया है, वे साल 1893, 1914, 1917, 1982 और 1989 में आए थे। ये तूफान या तो यहां खत्म हो गए थे या फिर पश्चिम बंगाल के तटों की तरफ चले गए थे। जानकारों का कहना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण हमें भविष्य में भी इस तरह की स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।The fiery #CycloneFani blows through Puripic.twitter.com/tf5VlwHoCu— PIB India (@PIB_India) May 3, 2019
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