नई दिल्ली: देश के ऐसे तमाम लोकसभा प्रत्याशी हैं जिनका अपने क्षेत्र की जनता से पांच साल तक कोई नाता नहीं रहा। अपने कार्यकर्ताओं को अनाथ छोड़ दिया। जनता को बेहाल छोड़ दिया था लेकिन चुनावों से पहले किसी तरह कोई जुआड़ लगाकर किसी पार्टी की टिकट ले आये। देश में लोग अब पहले से बहुत ज्यादा शिक्षित हैं और उन्हें पता होता है कि चुनावों में किसका साथ देना है और किसका खाना है। लोग खाते किसी और का हैं और वोट किसी और को देते हैं लेकिन खिलाने वाला उन मतदाताओं को अपना समझ बैठता है। यही कारण है कि देश का कोई भी नेता अपनी हार मानने के लिए तैयार नहीं है।
एग्जिट पोल के नतीजों में जिसे या जिस पार्टी को हारते हए दिखाया जा रहा है उन पार्टियों के नेता ईवीएम पर संभावित हार का ठीकरा फोड़ने की तैयारी में जुटे हैं। दो दिन से फैलाई जा रही अधिकतर अफवाहें झूंठी निकली। कहीं रिजर्व ईवीएम पहुंचाई जा रहीं थीं तो कहीं जो गाड़िया पकड़ी गईं उनके खाली बक्से मिले। फिर भी नेता ईवीएम को लेकर बहुत गंभीर दिख रहे हैं। अपने कार्यकर्ताओं को स्ट्रांग रूम के आस पास तैनात कर स्ट्रांग रूम पर नजर रखवा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मेरठ की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वाइरल हो रही है जहाँ स्ट्रांग रूम से थोड़ी दूर टेंट लगा कर दूरबीन से ईवीएम पर नजर रखी जा रही है।
ये तस्वीरे मेरठ के स्ट्रांग रूम की है जहां पर गठबंधन के नेता व कार्यकर्ता इवीएम की निगरानी पूरी मुस्तैदी के साथ कर रहे है सीसीटीवी तथा दूरबीन के साथ दिन रात पहरा दे रहे है pic.twitter.com/Kn2R0K8nnT— Shariq Malik شارق ملک (@ShariqM05728558) May 21, 2019
मेरठ में महागठबंधन प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी के समर्थकों ने स्ट्रांग रूम पर नजर रखने के लिए कताई मिल के गेट पर टेंट लगा रखा है। इसमें दो एलईडी स्क्रीन लगी हैं। दोनों पर स्ट्रांग रूम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड आती है। अगर यह बंद हो जाती है तो समर्थक तत्काल चुनाव अधिकारी से बात करते हैं। मालूम हो कि प्रशासन ने प्रत्याशियों को सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड देखने की अनुमति दे रखी है। स्ट्रांग रूम के आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वे दूरबीन का सहारा ले रहे हैं। समर्थकों के पास दिन और रात में दोनों तरह के विजन के लिए दूरबीन उपलब्ध हैं।
Post A Comment:
0 comments: