नई दिल्ली: भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के धुरंधर दिग्विजय सिंह को भारी मतों से हराने वालीं साध्वी प्रज्ञा सिंह पर अब भी तलवार लटकी है। चुनावों के आख़िरी चरण में उन्होंने नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताकर पार्टी को मुश्किल में डाल दिया था और इसकी वजह से बीजेपी को चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। कल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का नेता चुने जाने के बाद कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वहां मौजूद सभी सांसदों ने बधाई दी। लेकिन भोपाल से बीजेपी के टिकट पर चुनी गईं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की मोदी ने अनदेखी की। अब सवाल ये है कि क्या प्रज्ञा ठाकुर भाजपा की सांसद बनी रहेंगी या पार्टी उन पर कार्यवाही करेगी। अभी 10 मिनट पहले हमने अपने पाठकों से पूंछा था कि क्या प्रज्ञा सिंह को भाजपा से बाहर कर देना चाहिए।
लोगों की प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं हैं। 99 फीसदी पाठकों का कहना है कि प्रज्ञा ठाकुर को पार्टी से नहीं निकालना चाहिए। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा था। पढ़ें कुछ कमेंट्स, ज्यादा कमेंट्स पढ़ने के लिए फेसबुक पर हरियाणा अब तक के पेज पर जाएँ।
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