नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों में दल बदलने वाले कई नेताओं का बुरा हाल हुआ लेकिन कुछ नेताओं का अच्छा भी हाल हुआ जो भाजपा में भर्ती हो गए थे ,उदाहरण के रूप में अरविन्द शर्मा जिन्होंने रोहतक में दीपेंद्र सिंह हुड्डा को हरा दिया। पिछले लोकसभा चुनावों में सावित्री बाई फुले हैं जो 2014 मे बहराइच से BJP के टिकट पर 4.6 लाख वोटो से जीतकर सांसद बनीं थीं लेकिन मंत्री पद ना मिलने पर 2019 चुनाव से ठीक पहले वो कांग्रेस में शामिल होकर उसी बहराइच से चुनाव लड़ी. नतीजा केवल 34000 वोट के साथ जमानत जब्त ! शत्रुहन सिन्हा का हाल क्या हुआ ये सबको पता है। इस बार बहुत कुछ बदल गया। फरीदाबाद में भी कुछ अलग हुआ।
भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए अवतार भड़ाना का हाल कुछ ऐसा हुआ कि वो 23 मई के बाद गायब हो गए। पूर्व मेयर देवेंद्र भड़ाना ने कहा था कि अवतार भड़ाना नगर निगम के चुनाव लड़ सकते हैं। अब देखना है अवतार भड़ाना क्या करते हैं। चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में कहीं से टिकट मांगते हैं या कोई दल बदलते हैं। पूर्व मेयर का कहना है कि अवतार विधानसभा चुनावों में अब कहीं से भी लड़ें जीत मुश्किल है। विधानसभा चुनावों के लगभग दो साल बाद फरीदाबाद नगर निगम के चुनाव हैं। अगर उन्होंने मेहनत किया तो वहां कामयाबी मिल सकती है लेकिन अगर कोई दल बदला तो वहां भी कामयाबी नहीं मिलेगी।
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