फरीदाबाद: एक तरफ जहां अरावली के फ़ार्म हाउसों में कई तरह की कमियां होने के कारण आग लग रही है तो दूसरी तरफ दर्जनों अवैध फार्म हाउसों का निर्माण धड़ल्ले से हो रहा है और निर्माणाधीन फ़ार्म हाउस पूरी तरह से अवैध हैं। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर का जिन्होंने रविवार को अरावली का दौरा किया और बताया कि उन्होंने देखा कि माफिया लोग 10 से लेकर 100 एकड़ तक में फ़ार्म हाउस बना रहे हैं और बड़ी-बड़ी दीवारें अवैध रूप से पत्थरों के खनन कर बनाई जा रहीं हैं। पाराशर ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि कई फ़ार्म हॉउस मालिक तो एक एक फार्म हाउस में अंदर तक कई कई फार्म हाउस बना रखे हैं और हर रोज कई-कई बुकिंग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन फार्म हाउसों में नियम क़ानून ताक पर रखा गया है इसलिए इनमे किसी भी समय आग लग जाती है। उन्होंने कहा कि किसी-किसी फ़ार्म हॉउस में कई-कई हजार लोग पहुँचते हैं और अगर उस समय आगजनी की घटना हो गई तो सबकी जान का खतरा बन सकती है।
पाराशर ने कहा कि फरीदबाद को सबसे प्रदूषित शहर बनाने में इन अवैध फ़ार्म हाउसों का अहम् योगदान है क्यू कि इनमे कार्यक्रम के दौरान देर रात्रि तक आतिशबाजी होती है। पूरी रात्रि डीजे बजता है जिस कारण ध्वनि प्रदूषण बढ़ जाता है और अरावली के जंगली जीव अरावली से बहुत दूर चले गए हैं। उन्होंने कहा कि रविवार मैंने फरीदाबाद-सूरजकुंड और फरीदाबाद-गुरुग्राम और फरीदाबाद-सोहना रोड पर कई अवैध फार्म हॉउस देखा जिनमे कई तो बन चुके हैं और कई बनाये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर निर्माणाधीन फ़ार्म हाउस बन गए तो फरीदाबाद हमेशा के लिए देश का सबसे प्रदूषित शहर हमेशा के लिए बन जायेगा और यहाँ के लोग बेमौत मरने लगेंगे और प्रदूषण से जानलेवा बीमारियां अब बढ़ेंगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। आचार संहिता लगी है जिसका ये माफिया और फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई माफिया अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत से अरावली को लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहाँ सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों की सरेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रहीं हैं।
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